चीनी दूतावास के बयान से नेपाल में बवाल, प्रधानमंत्री कमल दहल को भी नहीं थी इस बात की खबर

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”चीन के साथ पोखरा हवाई अड्डे की बातचीत 2010 से शुरू हुई थी उसके बाद चीन ने बीआरआई लॉन्च किया था तो यह कैसे बीआरआई के तहत आता है।” 

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