नई दिल्ली,समाचार10 India। मूल रूप से दिल्ली के स्टार्टअप चाय क्रिएटिव को एक ऐतिहासिक ग्रंथ ‘श्री राम लला – मन से मंदिर तक’ की पूरी दुनिया में ब्रांडिंग, विज्ञापन और बिक्री और मार्केटिंग के अधिकार दिए गए हैं। यह ग्रंथ राम जन्मभूमि आंदोलन के 500 वर्षों की गाथा है। इस ग्रंथ की रचना रामायण शोध परिषद के महासचिव कुमार सुशांत ने की है और यह भारत की सनातन सांस्कृतिक, राजनीतिक और आध्यात्मिक विरासत को श्रद्धांजलि है। इस ग्रंथ का प्रकाशन रामायण शोध परिषद ने किया है और यह 27 सदस्यों की टीम के अथक प्रयास से छह वर्षों में तैयार हुआ है।
इसकी बौद्धिक संपदा (कला और डिजाइन को छोड़कर) कुमार सुशांत की है जबकि रचनात्मक दृश्यों के अधिकार केवल कपूर के पास हैं।विश्वव्यापी पहुंच और आधुनिक शिक्षा के अनुसार चाय क्रिएटिव एजेंटों और सब-एजेंटों का एक विश्वव्यापी नेटवर्क बना रहा है। इस माध्यम से पुस्तकालयों, मंदिरों, स्कूलों और विश्वविद्यालयों में ग्रंथ की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। पूरी दुनिया के लोगों तक पहुंचाने के लिए आधुनिक तकनीक का लाभ लेकर डिजिटल संस्करण, फिल्म रूपांतरण और सोशल मीडिया कैम्पेन चलाए जाएंगे।चाय क्रिएटिव के संस्थापक केवल कपूर ने बताया, ‘‘इस ग्रंथ में भारत की सांस्कृतिक विरासत की असली खुशबू है। हम इसे एकता के प्रतीक – एक कालजयी रचना के रूप में स्थापित करने के मिशन पर हैं। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता दिखती है, जो सांस्कृतिक, तात्विक और रचनात्मकता एकता से राष्ट्र निर्माण करना है।’’
यह प्रोजेक्ट इस ग्रंथ के शैक्षणिक मूल्य पर जोर देता है, जिसमें स्वदेशी ज्ञान और सांस्कृतिक साक्षरता पर केंद्रित एनईपी 2020 की अनुगूंज सुनाई देती है। डिजिटल टूल्स और कई भाषाओं में उपलब्ध होने से यह दुनिया भर की युवा पीढ़ियों के लिए सुलभ होगा। कानूनी, रणनीतिक और सांस्कृतिक सहायता का मजबूत ढांचा ग्रंथ की बिक्री, मार्केटिंग और एजेंटों और उप-एजेंटों की नियुक्ति से जुड़े कानूनी मामलों को देखने की जिम्मेदारी अर्कज कुमार को दी गई है जो इस पहल का एक प्रमुख भागीदार हैं। अर्कज की अहम भूमिका के बारे में केवल कपूर ने कहा, ‘‘अर्कज कानूनी के क्षेत्र में सबसे प्रमुख और महत्वपूर्ण युवा अधिवक्ताओं में एक हैं और प्रोजेक्ट के इस महत्वपूर्ण पहलू में उनकी विशेषज्ञता का लाभ मिलेगा।’’
चाय क्रिएटिव जल्द ही एक खास वेबसाइट और ज्ञानप्रद पुस्तिका लॉन्च करेगा ताकि इससे जुड़े सभी भागीदारों को सही मार्गदर्शन मिले।ग्रंथ के लेखक और रामायण शोध परिषद के महासचिव कुमार सुशांत ने अपना आभार व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘यह प्रोजेक्ट माननीय प्रधान मंत्री की प्रेरणा और मार्गदर्शन के बिना विश्वव्यापी नहीं हो सकता था। उनका यह समर्थन हमारे लिए अनमोल है।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘मुझे 2021 में पूर्व पर्यटन मंत्री अजय भट्ट के साथ माननीय प्रधान मंत्री से मिलने का सौभाग्य मिला। इसी अवसर पर हम ने ग्रंथ प्रस्तुत किया। माननीय प्रधान मंत्री ने गूढ़ जानकारियां, मार्गदर्शन और सुझाव दिए। इससे हमें सही दिशा मिली और ग्रंथ का सांस्कृतिक और ऐतिहासिक प्रसंग मजबूत हुआ।’’
ग्रंथ का औपचारिक लोकार्पण रामायण अनुसंधान परिषद ट्रस्ट की देखरेख में होगा। इसकी तिथि की पुष्टि करने के बारे में ट्रस्ट के सचिव पीतांबर मिश्रा ने कहा, ‘‘ट्रस्ट उचित समय पर लॉन्च की घोषणा करेगा। इसका निर्णय हमारे भागीदारों के संग किया जाएगा।’’ उन्होंने बताया, ‘‘हम इसका पूरा ध्यान रखेंगे कि यह प्रोजेक्ट सांस्कृतिक और ऐतिहासिक अखंडता के उच्चतम मानकों पर खरा उतरे।’’
केवल कपूर ने बताया कि ग्रंथ का मार्केटिंग और ब्रांडिंग कैम्पेन 4-5 महीने तक चलेगा। इसे 2025 की दिवाली के नजदीक रिलीज करने की योजना है। उन्होंने कहा, ‘‘यह समय बहुत प्रासंगिक है क्योंकि हम भगवान राम की विरासत को उचित सम्मान दिलाने के दौर में है और इससे पूरी दुनिया में हमारी संस्कृति की गूंज सुनाई देगी।’’
चाय क्रिएटिव चाय क्रिएटिव के फाउंडर प्रसिद्ध कहानीकार और मीडिया रणनीतिकार ’’केवल कपूर’’ हैं। यह टेक्नोलॉजी, संस्कृति और रचना को आपस में जोड़ कर विज्ञापन, शिक्षा और प्रकाशन की नई परिभाषा करता है। चाय क्रिएटिव का मिशन पूरी दुनिया में भारत की विरासत को सम्मान दिलाने वाली कहानियां पेश करना है।
इसे पूरी दुनिया में पहुंचाने के लिए एजेंटों और सब-एजेंटों का मजबूत नेटवर्क, जो एनईपी 2020 के सांस्कृतिक और शैक्षिक लक्ष्यों के अनुसार काम करेगा।ग्रंथ को विश्वव्यापी बनाने के लिए डिजिटल रूपांतरण, फिल्म निर्माण और सोशल मीडिया कैम्पेन।
ऽ 4-5 महीने स्ट्रैटेजिक ब्रांडिंग और पोजिशनिंग के बाद दिवाली 2025 के नजदीक पूरी दुनिया में रिलीज की योजना