वाशिंगटन,समाचार10 India-रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी। अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर गए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने बीते मंगलवार को क्वाड विदेश मंत्रिस्तरीय बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में समूह के चारों सदस्यों भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच चर्चा हुई कि समकालीन अवसरों और चुनौतियों पर क्वाड को और अधिक केंद्रित और प्रभावशाली कैसे बनाया जाए। इस दौरान सभी सदस्य देशों ने एक स्वतंत्र और खुला हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और दुर्लभ खनिजों की स्थिर आपूर्ति की दिशा में काम करने का संकल्प लिया, जो नई तकनीक के लिए आवश्यक हैं।
इंडो-पैसिफिक में रणनीतिक स्थिरता और क्षेत्र को स्वतंत्र एवं मुक्त बनाने पर अपने विचार रखते हुए जयशंकर ने कहा हमारे प्रयास एक नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं। यह आवश्यक है कि हिंद-प्रशांत के देशों को विकास और सुरक्षा पर सही निर्णय लेने के लिए आवश्यक विकल्प की स्वतंत्रता हो।
बैठक में जयशंकर ने कहा कि भारत अगले क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने की योजना बना रहा है। हमारे पास इसे उत्पादक बनाने के लिए कुछ प्रस्ताव हैं। मुझे यकीन है कि हमारे साझेदार भी ऐसा ही करेंगे। हम चर्चा करेंगे, और मुझे यकीन है कि हम सहमत होंगे। बैठक के बाद जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा बैठक में चर्चा हुई कि समकालीन अवसरों और चुनौतियों पर क्वाड को और अधिक केंद्रित और प्रभावशाली कैसे बनाया जाए। आज की बैठक इंडो-पैसिफिक में रणनीतिक स्थिरता को मजबूत करेगी और इसे स्वतंत्र और खुला बनाए रखेगी।
क्वाड बैठक से इतर भारतीय विदेश मंत्री ने समूह के सदस्य देशों के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी की। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो से मुलाकात के बाद जयशंकर ने ‘एक्स’ पर लिखा व्यापार, सुरक्षा, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों, कनेक्टिविटी, ऊर्जा और गतिशीलता सहित हमारी द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा की। क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर दृष्टिकोण साझा किया।
विदेश मंत्री ने अपने जापानी समकक्ष से मुलाकात पर कहा जापानी विदेश मंत्री ताकेशी इवाया से मिलकर प्रसन्नता हुई। बुनियादी ढांचे, निवेश और गतिशीलता पर व्यापक चर्चा हुई। स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के लिए हमारे क्वाड जुड़ाव को गहरा करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया। हमारी विशेष, रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी लगातार गहरी और विविधतापूर्ण होती जा रही है।
ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद जयशंकर ने कहा पेनी वोंग से मिलकर हमेशा की तरह अच्छा लगा। हमारी चर्चाएं हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी के भरोसे और सहजता को दर्शाती हैं। भारत में उनका स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं। इसके अलावा जयशंकर और अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ की रक्षा साझेदारी को आगे बढ़ाने, हितों, क्षमताओं और जिम्मेदारियों के बढ़ते अभिसरण पर एक उपयोगी बातचीत हुई। विदेश मंत्री की अमेरिका के ऊर्जा मंत्री क्रिस राइट के साथ भी उपयोगी बातचीत हुई। उन्होंने भारत में चल रहे ऊर्जा परिवर्तन और भारत-अमेरिका ऊर्जा साझेदारी को और मजबूत बनाने के अवसरों के बारे में बात की।