नई दिल्ली,समाचार10 India-(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)। भारत ने पश्चिम एशिया, यूक्रेन और अफ्रीका के कुछ संघर्ष वाले क्षेत्रों में रहने वाले भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए हैं। भारत ने हाल के दिनों में इजरायल, ईरान, सीरिया और हैती जैसे संघर्षरत क्षेत्रों से 4509 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालते हुए उनकी घर वापसी सुनिश्चित की है। विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने 31 जुलाई को राज्यसभा में पूछे गए एक प्रश्न का जवाब देते हुए यह जानकारी साझा की।
राज्यसभा सांसद जोस के. मणि द्वारा संसद में पूछा गया था कि संघर्ष वाले क्षेत्रों में रहने वाले भारतीय नागरिकों की सुरक्षा एवं कल्याण सुनिश्चित करने के लिए क्या उपाय किए गए हैं। उन्होंने पूछा था कि हाल के दिनों में फंसे हुए भारतीय नागरिकों के लिए प्रत्यावर्तन प्रयासों और सहायता की क्या स्थिति रही है।इसका जवाब देते हुए विदेश राज्य मंत्री सिंह ने कहा सरकार विदेशों में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।
संघर्ष क्षेत्रों में होने वाली गतिविधियों के अनुसार, सरकार भारतीय नागरिकों को अनावश्यक यात्रा से बचने और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए परामर्श जारी करती है। विदेशों में स्थित भारतीय मिशन भी परामर्श जारी करते हैं, जिनमें भारतीय नागरिकों से अनावश्यक यात्रा से बचने और प्रकाशित हेल्पलाइन नंबरों पर भारतीय मिशनों के संपर्क में रहने का अनुरोध किया जाता है।
उन्होंने कहा स्थिति के आधार पर, सरकार संघर्ष क्षेत्रों से फंसे हुए भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए अभियान चलाती है। निकासी प्रक्रिया के दौरान, स्थिति की निरंतर निगरानी, फंसे हुए भारतीय नागरिकों को सूचना और सहायता प्रदान करने और उनकी निकासी को सुगम बनाने के लिए मुख्यालयों और विदेशों में चौबीसों घंटे सेवारत नियंत्रण कक्ष संचालित किए जाते हैं। दूतावासों और विदेश मंत्रालय के सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से जानकारी प्रसारित की जाती है।
सिंह ने कहा पिछले एक वर्ष में सरकार ने निकासी अभियानों के तहत संघर्ष क्षेत्रों से 4509 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला है, जिनमें वर्ष 2024 में हैती (ऑपरेशन इंद्रावती) से 17 और सीरिया से 77 जबकि 2025 में ईरान (ऑपरेशन सिंधु) से 3597 तथा इजरायल (ऑपरेशन सिंधु) से 818 नागरिक निकाले गए हैं।