लखनऊ,समाचार10 India-रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी। वित्तीय वर्ष 2025-26 में मुख्यमंत्री पर्यटन स्थलों के विकास के अंतर्गत प्रदेश के समस्त मंडलों में नई परियोजनाएं स्वीकृत की गई है। जिसकी अनुमानित लागत 359.85 करोड़ रूपये है। इसी क्रम में अलीगढ़ मंडल के अधीन आने वाले जनपद अलीगढ़ की 07, एटा की 05 व हाथरस की 04 कुल 16 नई परियोजनाओं के लिए 16.25 करोड़ रूपये की परियोजनाएं अनुमोदित की गई है। इन परियोजनाओं के तहत प्राचीन धार्मिक स्थलों का पर्यटन विकास किया जाएगा। इस तरह प्राचीन विरासत को संरक्षित रखते हुए श्रद्धालुओं के लिए अवस्थापना सुविधाएं सुलभ कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री पर्यटन स्थलों के विकास योजना के तहत अलीगढ़ मंडल के जनपद अलीगढ़, एटा तथा हाथरस की 16 नई परियोजनाओं के लिए 16.25 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि अलीगढ़ के अतरौली, खैर, कोल, इग्लास, सदर, बरौली तथा छर्रा में स्थित मंदिारों का पर्यटन विकास एवं अवस्थापना सुविधाओं का उच्चीकरण किया जाएगा। इन विधानसभाओं में स्थित बड़े महादेव जी का मंदिर, हनुमानगढ़ कुटी आश्रम, ऐतिहासिक एवं प्राचीन शिव मंदिर, भोपतपुर, प्राचीन शिव मंदिर बरखंडी आश्रम, बांकेबिहारी मंदिर, बरौली के चामुण्डा माता मंदिर तथा छर्रा स्थित बांकेबिहारी मंदिर का पर्यटन विकास किया जाएगा।
जयवीर सिंह ने बताया कि इसी प्रकार एटा जनपद के अंतर्गत आने वाली विधानसभा मारहरा, जलेसर, एटा, अलीगंज तथा अलीगंज स्थित प्राचीन स्थलों का पर्यटन विकस किया जाएगा। इसके तहत काकामई आर्य समाज मंदिर, प्राचीन शिव मंदिर, मां वाराही देवी मंदिर, विश्वनाथधाम आजमनगर का पर्यटन विकास, सम्राट अशोक बुद्ध विकास का पर्यटन विकास कराया जाएगा। इसी प्रकार हाथरस विधानसभा के अंतर्गत सदर, सिकंदराराउ, सादाबाद, विधानसभा के अंतर्गत गोपेश्वर महादेव, नगला अहीर पोस्ट वरवाना स्थित प्राचीन शिव मंदिर, विसाना मां0 तारागढ़ मंदिर का पर्यटन विकास तथा प्राचीन दाउजी महाराज मंदिर का पर्यटन विकास कराया जाएगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में प्राचीन धरोहरों को नया स्वरूप देकर संरक्षित करने के साथ ही आगंतुकों एवं पर्यटकों को बुनियादी सुविधाएं सुलभ कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इसी उद्देश्य से लगभग हर मंडलों में पर्यटन विकास की योजनाएं अनुमोदित की गई है।