नेशनल अर्बन को-ऑपरेटिव फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने अर्बन कोऑपरेटिव बैंकों के लिए ‘सहकार पाठशाला’ राष्ट्र-स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया

by Vimal Kishor

 

 

लखनऊ,समाचार10 India। नेशनल अर्बन को-ऑपरेटिव फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (NUCFDC) ने अर्बन कोऑपरेटिव बैंकों की कार्यकुशलता और सेवाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से ‘सहकार पाठशाला’ नामक राष्ट्रीय स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की है। ‘सहकार पाठशाला’ कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र पुणे स्थित कॉसमॉस बैंक के मुख्यालय में आयोजित किया गया। प्रभात चतुर्वेदी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, NUCFDC; श्री पद्मभूषण बहादुरे, चीफ़ टेक्नोलॉजी ऑफिसर, NUCFDC; कॉसमॉस बैंक के अध्यक्ष एडवोकेट प्रह्लाद कोकरे जी और TJSB सहकारी बैंक के अध्यक्ष शरद गांगल जी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना और कर्नाटक समेत विभिन्न राज्यों के शहरी सहकारी बैंकों के सीईओ और निदेशक-level वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। यह राष्ट्रीय स्तरीय पहल शहरी सहकारी बैंकों को आधुनिक बैंकिंग, वित्तीय प्रबंधन और डिजिटल तकनीकों में प्रशिक्षित कर उनकी कार्यक्षमता और सेवा गुणवत्ता को बेहतर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है।

इस पहल के बारे में बात करते हुए, प्रभात चतुर्वेदी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, NUCFDC ने कहा, “यह अर्बन कोऑपरेटिव बैंकिंग क्षेत्र को भविष्य के लिए तैयार बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत सरकार के ‘सहकार से समृद्धि’ के विजन के अनुरूप, सहकार पाठशाला कार्यक्रम का उद्देश्य अर्बन कोऑपरेटिव बैंकों के अनुपालन ढांचे को मजबूत करना और उन्हें गतिशील, डिजिटल रूप से सशक्त तथा भविष्य-उन्मुख संस्थान बनाना है। यह केवल कुशलता बढ़ाने का कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक क्षमता रूपांतरण कार्यक्रम है। यह पहल क्षेत्रीय उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और बदलते वित्तीय माहौल में शहरी सहकारी बैंकों के सतत विकास के लिए मार्ग प्रशस्त करने की दिशा में है।”

यह संरचित और बहुआयामी प्रशिक्षण मंच अर्बन कोऑपरेटिव बैंकों के लिए खास तौर पर डिजाइन किया गया है, जो केवाईसी अनुपालन, धोखाधड़ी जोखिम प्रबंधन, और ट्रेजरी प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में व्यावहारिक जानकारियां प्रदान करता है। इस कार्यक्रम को खासतौर पर अर्बन कोऑपरेटिव बैंकों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो जानकारी के आदान-प्रदान से आगे बढ़कर सदस्यों के लक्ष्यों को पूरा करने और विकसित हो रही विनियामक मांगों के साथ तालमेल बनाए रखने में संस्थानों को सहयोग देता है। इसमें संचालन-व्यवस्था एवं अनुपालन को मजबूत करने, जोखिम प्रबंधन और विकास को गति देने के लिए कुशल नेतृत्व विकसित करने, कर्मचारियों को डिजिटल रूप से सक्षम बनाने तथा टेक्नोलॉजी एवं आईटी उपकरणों को बेहतर तरीके से अपनाने के माध्यम से डिजिटल बदलाव को गति देने पर अधिक ध्यान दिया गया है।

इस मौके पर NUCFDC की ओर से ‘सहकार पाठशाला डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म’ भी लॉन्च किया गया। ये गेमीफाइड, और विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध पोर्टल अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के कर्मचारियों को सुविधाजनक तरीके से कभी भी, और कहीं भी सीखने का अवसर देता है। इस प्लेटफॉर्म का उद्घाटन TJSB बैंक के अध्यक्ष, शरद गांगल जीने किया | इसके साथ-साथ, NUCFDC ने ‘सहकार पाठशाला इंटरएक्टिव वेबिनार सीरीज’ भी शुरू की, जिसका आयोजन महीने के दूसरे और चौथे शुक्रवार को होगा। ये वेबिनार अर्बन कोऑपरेटिव बैंकों के अध्यक्षों, सीईओ और वरिष्ठ प्रबंधन के लिए निरंतर होने वाले संवाद और सीखने के मंच की भूमिका निभाएंगे।

 

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