डबलिन,समाचार10 India-रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी। संघर्ष हमेशा हिंसक और दर्दनाक होते हैं, मगर दुनिया में जो कुछ हो रहा है, वह अक्सर हमारी नजरों से छूट जाता है। आज दुनिया में लगभग 60 बड़े संघर्ष चल रहे हैं। यह चिंता की बात है कि इन संघर्षों के कारण कई देश अपने सतत विकास लक्ष्यों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने डबलिन के यूनिवर्सिटी कॉलेज में ‘भारत का विश्व के प्रति दृष्टिकोण’ विषय पर भाषण देते हुए यह बात कही।
विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद और संघर्षों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना जरूरी है, ताकि भविष्य सुरक्षित और स्थिर बनाया जा सके। जयशंकर इस सप्ताह ब्रिटेन और आयरलैंड के दौरे पर हैं। वह गुरुवार को ब्रिटेन से आयरलैंड पहुंचे थे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति माइकल डी. हिगिंस और पूर्व प्रधानमंत्री लियो वराडकर से मुलाकात की।
उन्होंने यहां दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया। इसके अलावा उन्होंने डबलिन के ट्रिनिटी कॉलेज एवं प्रतिष्ठित जनरल पोस्ट ऑफिस संग्रहालय का दौरा किया और आयरलैंड में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात भी की।
इस दौरान जयशंकर ने कहा कि भारत और आयरलैंड के बीच व्यापार का बहुत मजबूत स्तर है। उन्होंने कहा दोनों देशों के बीच पर्यटन बढ़ रहा है और मैत्रीपूर्ण वीजा नीति भी जल्द अमल में लाए जाने की उम्मीद है। कूटनीतिक दृष्टिकोण से भारत और आयरलैंड के बीच कई तंत्र सक्रिय हैं।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि आयरलैंड का स्वतंत्रता संग्राम भारत और उसके राष्ट्रीय आंदोलन के लिए प्रेरणास्रोत है। जयशंकर ने एनी बेसेंट और सिस्टर निवेदिता जैसे आयरिश मूल के लोगों की भूमिका का भी उल्लेख किया, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े थे। डबलिन में उनका विदेश मंत्री साइमन हैरिस के साथ द्विपक्षीय वार्ता का भी कार्यक्रम है। विदेश मंत्री शुक्रवार शाम उत्तरी आयरलैंड के बेलफ़ास्ट तथा शनिवार को उत्तरी इंग्लैंड के मैनचेस्टर में नए भारतीय महावाणिज्य दूतावास के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे।