फाइजर और मेदांता हॉस्पिटल ने वयस्कों के टीकाकरण के लिए लखनऊ में खोला सेंटर ऑफ एक्सीलेंस

सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) वयस्क टीकाकरण को अपनाने को बढ़ावा देकर वैक्‍सीन-निवारक रोगों से समाज को अधिक सुरक्षित बनाना चाहता है

by Vimal Kishor

 

 

लखनऊ,समाचार10 India। फाइजर इंडिया और मेदांता हॉस्पिटल ने लखनऊ के मेदांता अस्पताल में वयस्क टीकाकरण के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) खोलने के लिए सहयोग किया है। इस सीओई का उद्देश्य टीकाकरण से बचाव वाली बीमारियों के लिए वयस्क टीकाकरण सेवाएं उपलब्ध कराना है। उनमें न्यूमोकोकल रोग, इन्फ्लूएंजा, ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) और हेपेटाइटिस ए और बी, जैसी बीमारियां शामिल हैं।

भारत में टीकाकरण से बचाव की जाने वाली बीमारियों से होने वाली 95% मौतें वयस्कों में होती है। लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए वयस्कों के टीके प्रभावी, विज्ञान समर्थित हैं, फिर भी देश में इसकी स्वीकारोक्ति काफी कम है। ये सीओई चिकित्साकर्मियों को समय पर वयस्क टीकाकरण के वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित फायदों और आवश्यकता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने में अहम भूमिका निभा पाएगा। खासकर जिन लोगों को ज्यादा जोखिम है जैसे फेफड़े की क्रॉनिक समस्या (सीओपीडीडी एवं अस्थमा), डायबिटीज, क्रॉनिक हृदय रोग, क्रॉनिक किडनी रोग और इम्युन को प्रभावित करने वाली अन्य समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए ऐसा करना ज्यादा महत्वपूर्ण है। ऐसे लोग जिन्हें धूम्रपान, प्रदूषण का खतरा है या फिर जिनकी उम्र50 वर्ष या उससे अधिक है उनके लिए भी सुरक्षात्मक कदम के रूप में चिकित्साकर्मियों के साथ वयस्क टीकाकरण के बारे चर्चा करने से लाभ मिलेगा।

डॉ. राकेश कपूर, मेडिकल डायरेक्टर एवं डायरेक्टर यूरोलॉजी एवं किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी, मेदांता सुपर स्पेश्यिलिटी अस्पताल, लखनऊ ने कहा, “मेदांता अस्पताल में हम रोगों की रोकथाम और टीकाकरण के मामले में आगे रहने की कोशिश करते हैं। टीकाकरण केवल बचपन में ही नहीं, पूरे जीवनकाल के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इससे विशेषरूप से कमजोर समूहों को ज्यादा लाभ मिलता है जैसे क्रॉनिक बीमारियों से पीड़ित लोगों और बुजुर्गों को। इस नए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का खुलना रोगियों को बेहतरीन क्वालिटी की देखभाल प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता में सुधार दर्शाता है। फाइजर के साथ इस साझेदारी के माध्यम से हम वयस्क टीकाकरण को बढ़ावा देना चाहते हैं। हम अपने समाज को टीकाकरण से बचाव वाली बीमारियों से बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं।’’

इस बारे में डॉ. रुचिता शर्मा एवं डॉ. साक्षी मनचंदा, सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, मेदांता सुपर स्पेश्यिलिटी अस्पताल, कहती हैं, “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ना केवल महत्वपूर्ण टीकाकरण सेवाएं उपलब्ध कराएगा, बल्कि अपने रोगियों को वयस्क टीकाकरण के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने और उनकी चिंताओं को दूर करने में अहम भूमिका निभाएगा।’’

ये सीओई रोगी की जानकारी बढ़ाने और रोगियों के मन में उठने वाली शंकाओं का निराकरण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। साथ ही टीकाकरण जैसी जन स्वास्थ्य सुविधाओं से मिलने वाले दीर्घकालिक लाभों के बारे में भी प्रमुखता से जानकारी प्रदान करेगा। इस पहल के अंतर्गत व्यापक प्रशिक्षण मॉड्यूल और क्षमता-निर्माण के प्रयास शामिल होंगे। इसे फिर वयस्क टीकाकरण के लिए बताए गए दिशानिर्देशों और प्रोटोकॉल की जानकारी से जोड़ दिया जाएगा।

डॉ. संतोष तौर, डायरेक्टर, मेडिकल मामले, फाइजर वैक्सीन्स, कहते हैं, “मेदांता अस्पताल के साथ हमारी साझेदारी, वयस्क टीकाकरण की पहुंच का विस्तार करता है। साथ ही सुरक्षात्मक स्वास्थ्य को लेकर हमारे संकल्प को मजबूती प्रदान करता है। इसके साथ ही टीकाकरण से बचाव वाले सर्वव्यापी रोगों, खासकर श्वसन के संक्रमणकारी रोगों से मजबूत सुरक्षा सुनिश्वित करता है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना देश के स्वास्थ्य प्रणाली में सहयोग देने के हमारे प्रयासों की महत्वपूर्ण उपलब्धि का प्रमाण है। विशेषरूप से टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्यसेवा से जुड़े जागरूक निर्णय लेने की स्थिति में ये सेंटर चिकित्साकर्मियों और रोगियों को महत्वपूर्ण जानकारियों से लैस करता है।’’

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