लखनऊ। प्रख्यात इस्लामिक धर्मगुरु मौलाना खलीलुर रहमान सज्जाद नोमानी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि हाल ही में हुए उपचुनाव के नतीजे पर मैं INDIA ALLIANCE की तमाम लीडरशिप खास तौर पर मल्लिकार्जुन खड़गे और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को शुभकामनाएं देता हूं। घोसी में बड़ी जीत हासिल करने वाले अखिलेश यादव ने बड़ा दिल दिखाते हुए कहा था कि यह समाजवादी पार्टी की नहीं बल्कि INDIA ALLIANCE की जीत है। यही उत्साह और सोच के साथ देश बचाने के लिए एक होकर साथ दिया तो कामयाबी कदम चूमेगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आपने एक होकर इलेक्शन नहीं लड़ा बल्कि कांग्रेस के साथ समाजवादी उम्मीदवार खड़ा हो गया और बीजेपी की जीत हो गई।
मौलाना सज्जाद नोमानी ने कहा कि मैं देश की जनता की तरफ से अपील करता हूं कि आपने जो महागठबंधन बनाया है इसकी इज्जत दिन ब दिन बढ़ रही है, इसलिए अपने वायदों पर कायम रहें। मौलाना ने कहा कि घोसी उपचुनाव में उन लोगों ने भी INDIA ALLIANCE का पूरा साथ दिया जिन्हें कहा जाता है कि इनका वोट डायवर्ट नहीं हो सकता। खासतौर पर दलित समाज को बहुजन समाजवादी पार्टी का मजबूत वोट बैंक माना जाता है लेकिन घोसी उपचुनाव में दलितों ने भी INDIA ALLIANCE के उम्मीदवार को अपना बहुमूल्य वोट दिया।
मौलाना सज्जाद नोमानी ने कहा कि विभिन्न राज्यों में हुए उपचुनाव के नतीजे आम लोगों में सियासी समझ का सकारात्मक संकेत है, जो बहुत ही अच्छा है। मतदाता अब किसी खास पार्टी के गुलाम नहीं रहें जो बिना सोचे समझे अपने सुप्रीमो के कहने पर वोट खराब कर दें। महागठबंधन की जिम्मेदारी है कि वह आवाम में जागरूकता को बढ़ावा दें और कोई ऐसा काम ना करें जिसमें ईमानदारी की कमी हो। INDIA ALLIANCE ने दिखा दिया कि 63% वाले एक हो जाएंगे तो 37% वाले घटकर और नीचे आ जाएंगे।
मौलाना खलीलुर रहमान सज्जाद नोमानी ने एक बार फिर कहा कि मैं सभी देशवासियों से अपील करता हूं कि “हर जिम्मेदार भारतीय गांव मोहल्ले में जाएं और हर घर में वोटर आईडी कार्ड देखें और नाम, पता, फोटो जो भी उसमें गलतियां हो उसे ठीक करने में हर व्यक्ति की मदद करें। घोसी उपचुनाव में यह बात सामने आई है कि आधार कार्ड और वोटर कार्ड में थोड़ा फर्क होने पर भी वोट देने से वंचित किया गया है। इसलिए बेहतर होगा कि इस तरह की त्रुटियों को दूर किया जाए। मैं मस्जिद के इमामों, शिक्षकों, डॉक्टरों, वकीलों, पढ़ी-लिखी बहनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि आप लोग अपनी जिम्मेदारी समझें और घर-घर जाकर वोटर आईडी के मामले में लोगों की मदद करें। अब इस काम में किसी के आगे आने का इंतजार ना करें बल्कि खुद ही आगे बढ़कर काम शुरू कर दें। आपको देखकर और भी लोग मदद को आगे आएंगे।
मौलाना नोमानी ने कहा कि रहमान फाउंडेशन के सभी जिम्मेदार और वॉलिंटियर इस काम में पूरी ईमानदारी से लग जाएं और घर घर जाकर यह सुनिश्चित करें कि सभी का वोटर आईडी कार्ड बना हो और उसमें किसी तरह की गलतियां ना हों जिससे उन्हें वोट देने के अधिकार से वंचित ही ना किया जा सके। गौरतलब है कि मौलाना नोमानी मुस्लिम समुदाय के अलावा सिख, ईसाई, बौद्ध, एस सी, एस टी और आदिवासी समाज में भी समान रूप से लोकप्रिय हैं और लगातार उनके मुद्दों पर खुलकर आवाज उठाते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में जिस तरह से सनातन धर्म पर दक्षिण भारत के नेताओं ने टिप्पणी की है, वर्तमान समय में ऐसे बयानों से दूरी बनाना जरूरी है। मैं द्रविड़ और आर्य की सदियों साल पुराना इतिहास पढ़ चुका हूं इसलिए समझ सकता हूं कि वह गुस्से में है। द्रविड़ या दक्षिण भारत के लोगों के ऊपर जो जुल्म सितम हजारों साल से सनातन धर्म के लोगों ने किया है वो बहुत ही भयावाह है। आर्य विदेश से आए थे जबकि द्रविड़ भारत के मूल निवासी हैं। उन्होंने कहा कि मैंने द्रविड़ आर्य और पेरियार को भी पढ़ा है इसलिए मुझे कोई आश्चर्य नहीं हुआ स्टालिन और दूसरे दक्षिण भारत के मंत्रियों के बयानों पर। मैं समझ सकता हूं कि वह इस समय किस दर्द और गुस्से में हैं। क्यों अचानक फिर से उनके अंदर का दर्द फूट पड़ा है।
मौलाना नोमानी ने कहा कि मैं कहना चाहता हूं द्रविड़ नेताओं से कि अभी ये समय ऐसे बयानों का नहीं है। INDIA ALLIANCE में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन को बड़ा रोल दिया गया है जिसके वह हकदार भी हैं। वर्तमान परिस्थिति ऐसी नहीं कि दक्षिण और उत्तर भारत के आम लोग इस तरह के बयान पर विचार विमर्श करें। INDIA ALLIANCE ने पूरे देश को एक उम्मीद की किरण दिखाई है। आवाम के मुद्दे जैसे महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य महिला सुरक्षा आदि मामलों को उठाकर सरकार को कटघर में खड़ा किया है। द्रविड़ और आर्य का झगड़ा आम आदमी का नहीं है और न ही सब लोग इसको समझ पाएंगे। देश के सीधे सादे बहुसंख्यक पर इसका गलत असर होगा।
उन्होंने कहा मैं अपील करता हूं कि इस तरह के मुद्दों को बिल्कुल ना उठाइए। आपका उद्देश्य दिल की भड़ास निकालना नहीं है बल्कि भारत को एक अच्छे भविष्य की ओर ले जाना है। देश को उन लोगों के चंगुल से निकालना है जिन्हें ये भी मालूम नहीं कि भारत की बागडोर कैसे संभालना है। हद हो गई है कि इंडिया बनाम भारत की लड़ाई छेड़ने की ओछी मानसिकता का प्रमाण दिया जा रहा है। इसलिए लोगों की उम्मीद पर पानी न फेरें और न अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारें। INDIA ALLIANCE ने जिन मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है, उसी पर सकारात्मक रूप से बात करें। उन्होंने कहा मैं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को मुबारकबाद पेश करता हूं कि उन्होंने पूरी परिपक्वता के साथ आवाम के मुद्दों को उठाकर सरकार के सामने समस्या पैदा कर दी है।