लखनऊ,समाचार10 India। प्राग नारायण रोड स्थित आई आर एस ऑफिसर्स अपार्टमेंट में निहारिका साहित्य मंच कंट्री ऑफ इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट के तत्वाधान में एक भव्य संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का विषय था “देखभाल करने वालों की देखभाल।”आज के समय को देखते हुए यह विषय रखा गया। एक ज़माना था जब बच्चे माता पिता की हर बात सहर्ष स्वीकार करते थे और अब के समय में माता-पिता बच्चों की हर ज़रूरी या गैर ज़रूरी बातों में भी मन न मिलने के बावजूद भी अपनी सहमति देते हैं क्योंकि उनके लिए बच्चों की खुशियाँ सर्वोपरि है।
आज के बच्चों को भी अपना नैतिक मूल्य समझना चाहिए।इस विषय पर परिचर्चा करीब चार घंटे तक चली। कार्यक्रम का आरम्भ माँ शारदे के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके एवं गीता सक्सेना की सुमधुर वाणी वंदना से हुई। इस कार्यक्रम में कवि, कवयित्रियों, समाजसेवियों एवं पत्रकारों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। बदलते समाज की विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गयी। कुछ ने घटते संयुक्त परिवार को एवं बढ़ते एकल परिवार को इसका ज़िम्मेदार बताया, कुछ ने मोबाइल को एवं माता-पिता द्वारा बच्चों को समय न दिये जाने को इसका कारण बताया, तो वहीं पत्रकार परवेज़ अख़्तर ने कहा कि शिक्षा, शिष्टाचार और एक परिवार की बातें पहले भी होती थीं, आज भी होती हैं बस ज़रूरत है उसको एहसास करने की।
कुल मिलाकर यह संगोष्ठी समाज के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण रही। संगोष्ठी के अंत में निहारिका साहित्य मंच कंट्री ऑफ इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट की संस्थापिका डॉ रीमा सिन्हा एवं अध्यक्ष अब्दुल अज़ीज़ सिद्दीकी द्वारा सभी मेहमानों को मोमेंटो एवं मैडल देकर सम्मानित किया गया। सम्मान प्राप्त करने वाले अतिथियों में समाजसेविका सरोज बाला सोनी, रजनी कुमारी, संदीपिका दीक्षित, संध्या श्रीवास्तव, प्रतिभा सिंह, पूजा श्रीवास्तव, उमा लखनवी, गरिमा लखनवी, दीपिका, सुरेखा अग्रवाल,डॉ तारिका सिंह, गीता सक्सेना, रश्मि सिंह, डॉ हिमांशु सक्सेना अर्श, डॉ अरविन्द रस्तोगी धवल, मधु अग्रवाल, पत्रकार आसिफ़ जाफरी, परवेज़ अख्तर, अनवर आलम, मुश्ताक बेग, जमील मलिक, एन.आलम,सैयद ग़ुलाम हुसैन, मुजीब बेग मुख्य रूप से शामिल रहे। कार्यक्रम के अंत में डॉ रीमा सिन्हा एवं अज़ीज़ सिद्दीक़ी ने उपस्थित सभी मेहमानों का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।