पायल का ‘पराक्रम’ : डॉक्टरों ने खड़े किए हाथ, हौसला नहीं टूटा, प्रेरणा बनी ये दिव्यांग किशोरी

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कोलकाता, 29 अगस्त : अनुपम काव्यात्मक कृति रश्मिरथी के एक अंश में कवि रामधारी सिंह दिनकर ने लिखा है ‘मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है।’ ये पंक्ति पश्चिम बंगाल की दिव्यांग किशोरी ने साबित कर दिखाई है।

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