‘जेल में बुलबुल आते, सावरकर पंखों पर बैठ उड़ जाते’, कर्नाटक में 8वीं की पाठ्य पुस्तक में जुड़ा नया अध्याय

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नई दिल्ली, 28 अगस्त। कन्नड़ भाषा की एक पाठ्य पुस्तक में वीर सावरकर को लेकर एक चौंकाने वाला दावा किया गया है। पुस्तक में उस समय का जिक्र किया गया है जब सावरकर सावरकर अंडमान जेल में कैद थे। कन्नड़ भाषा

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