– समाचार 10 India, मुंबई। अभिनेता दिलीप कुमार के फेफड़ों में पानी (बाइलेटरल प्ल्यूरल इफ्यूजन) भर गया है। उन्हें सांस लेने में तकलीफ के बाद रविवार को मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। एनआई के अनुसार उन्हें आईसीयू वॉर्ड में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। उनका इलाज कर रहे डॉ. जलील पारकर ने कहा, दिलीप साब का कोविड टेस्ट करने की जरूरत नहीं पड़ी। फेफड़ों में पानी भरना उम्र संबंधी दिक्कत है।
दिलीप कुमार की पत्नी सायरा बानो ने कहा, व्हाट्सएप फॉरवर्ड पर विश्वास न करें। साब स्थिर है। आपकी दुआओं और प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद। डॉक्टरों के अनुसार, वह 2-3 दिनों में घर आ जाएंगे। इंशाअल्लाह। इससे पहले सायरा बानो ने एक अन्य ट्वीट में लोगों से अपील की थी कि कृपया साब के लिए दुआएं करते रहिए और आप भी सुरक्षित रहिए।
Don’t believe in WhatsApp forwards.
Saab is stable.
Thank you for your heart-felt duas and prayers. As per doctors, he should be home in 2-3 days. Insh’Allah.
— Dilip Kumar (@TheDilipKumar) June 6, 2021
दिलीप कुमार को बीते कुछ दिनों से सांस लेने में तकलीफ हो रही है और इसी के चलते रविवार सुबह 8.30 बजे खार के हिंदूजा अस्पताल में दाखिल कराया गया है। दिलीप कुमार पिछले महीने भी इसी हॉस्पिटल में भर्ती हुए थे। तब भी यही कहा जा रहा था कि उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है, लेकिन बाद में उनकी पत्नी सायरा बानो ने आधिकारिक स्टेटमेंट जारी कर कहा कि वे रुटीन चेकअप के लिए अस्पताल में एडमिट हुए थे। सभी चेकअप के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था।
बता दें कि दिलीप कुमार 98 साल के हैं। उनका जन्म 11 दिसंबर 1922 को हुआ था। उनका असली नाम यूसुफ खान है। फिल्मी दुनिया में कदम रखने पर उन्होंने अपना नाम दिलीप कुमार रख लिया था। इस नाम से उन्हें शोहरत मिली।
उनके प्रोजेक्ट्स की बात करें तो दिलीप कुमार ने फिल्म ज्वार भाटा (1944) से डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने अंदाज’ (1949), ‘आन’ (1952), ‘देवदास’ (1955), ‘आजाद’ (1955), ‘मुगल-ए-आजम’ (1960), ‘गंगा जमुना’ (1961), ‘क्रान्ति’ (1981), ‘कर्मा’ (1986) और ‘सौदागर’ (1991) समेत 50 से ज्यादा बॉलीवुड फिल्मों में काम किया। पर्दे पर उनकी आखिरी फिल्म किला थी।
…....Dilip Kumar diagnosed with bilateral pleural effusion, on oxygen support. ..