लखनऊ,समाचार10 India। समरसता सेवा संस्थान ट्रस्ट द्वारा एक महत्त्वपूर्ण जन-जागरूकता अभियान “जीतेंगे हम, सर्वाइकल कैंसर को हराना है, हर मातृ शक्ति को बचाना है” का आयोजन छत्रपति शाहू जी महाराज शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान में किया गया। इस अभियान के अंतर्गत 11,000 परिवारों में बायोडीग्रेडेबल सेनेटरी नैपकिन वितरण अभियान का शुभारंभ किया गया इसके साथ ही समाज सेवा में उल्लेखनीय कार्य करने वाले विशिष्ट जनों को ‘जनसेवा रत्न अलंकरण’ से सम्मानित किया गया।
यह कार्यक्रम विशेष रूप से महिलाओं के स्वास्थ्य, मासिक धर्म स्वच्छता और सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूकता पर केंद्रित रहा। मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण राज्य मंत्री असीम अरुण जी उपस्थित रहे। उन्होंने इस अभियान को लेकर बधाई देते हुए कहा कि समरसता सेवा संस्थान द्वारा बायो डी-ग्रेडेबल सैनिटरी पैड को बढ़ावा देने के लिए जो कार्यक्रम किया गया है, ये प्लास्टिक मुक्त भारत के निर्माण में बहुत बड़ा योगदान है। यह अभियान बहुत सफल हो। ये आने वाले भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह अभियान बहनों को सर्वाइकल कैंसर और मेंस्ट्रुअल हाइजीन से जुड़ी हुई समस्याओं से बचाव के लिए हमें रास्ता दिखाएगा, साथ ही पर्यावरण के लिए भी ये बहुत अच्छा होगा। मेरी ओर से अभियान के लिए बहुत सारी शुभकामनाएँ।
अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत सम्मिलित हुए। उन्होंने कहा कि यह प्रयास अनुसूचित वर्ग की महिलाओं के स्वास्थ्य संरक्षण की दिशा में एक प्रेरक कदम है। समरसता सेवा संस्थान ने जो बीड़ा उठाया है, वह समाज में चेतना जगाने वाला कार्य है। मैं संस्थान को इस पहल के लिए बधाई देता हूँ।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राज्य अनुसूचित जाति आयोग, उत्तर प्रदेश के सदस्य नरेंद्र खजूरी ने कहा कि हम महिलाओं को मासिक धर्म स्वच्छता और कैंसर जैसे संवेदनशील विषयों पर शिक्षित करें। समरसता सेवा संस्थान का यह अभियान उस दिशा में एक ठोस और प्रभावी प्रयास है।
संस्थान के संस्थापक और आयोजन के संयोजक सुनील शर्मा ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल सेनेटरी नैपकिन का वितरण नहीं, बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य, सम्मान और पर्यावरण की रक्षा के लिए समाज में व्यापक चेतना का निर्माण करना है। उन्होंने यह भी बताया कि यह अभियान महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए जागरूक करने का एक सशक्त प्रयास है।
इस अवसर पर महिला सशक्तिकरण और सामाजिक नेतृत्व में सक्रिय उपाध्यक्ष सुश्री ज्योति पांडेय भी शामिल रहीं।
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव जी ने अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कहा कि स्वच्छता, स्वास्थ्य और सम्मान ये तीनों हर महिला का अधिकार हैं। इस अभियान के माध्यम से जो काम किया जा रहा है, वह न केवल महिलाओं को जागरूक कर रहा है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और जागरूक नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित भी कर रहा है।
इस पहल में समरसता सेवा संस्थान के संस्थापक सदस्यों की भी अहम भूमिका है। इनमें लखन द्विवेदी , नारायण दत्त शुक्ल, अमितराज यादव, शशि चौधरी, डॉ राहुल चौधरी, डॉ देवना चौधरी, डॉ सिद्धार्थ, डॉ सुमित कौशिक, संतोष पांडे, मुकुल गर्ग, डॉ संजय नायक, सुश्री दीप्ति शर्मा, राजीव कुमार, तुषार देशवाल, प्रणव अहलावत, अरुण द्विवेदी, वशिष्ठ श्रीवास्तव और श्रुति शर्मा का योगदान उल्लेखनीय है।