ऑल इंडिया पयाम ए इंसानियत फोरम लखनऊ की तरफ़ से ज़िला आदर्श कारागार लखनऊ में चश्मा वितरण कार्यक्रम और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया

by Vimal Kishor

 

 

लखनऊ,समाचार10 India। ऑल इंडिया पयाम ए इंसानियत फोरम लखनऊ की तरफ़ से ज़िला आदर्श कारागार लखनऊ में चश्मा वितरण कार्यक्रम और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें पहले संस्था की तरफ़ से ज़िला कारागार में बंद ज़रूरतमंद 70 कैदियों को चश्मे वितरित किए गए l इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डिप्टी जेलर  आलोक त्रिवेदी रहे । उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आँखें कुदरत का अनमोल उपहार हैं ,हमारी जेल में कई ऐसे कैदी हैं जिनको चश्मे की ज़रूरत थी उनको ऑल इंडिया पयाम ए इंसानियत की तरफ़ से आज चश्मे वितरित किए गए जो बड़ा ही नेक काम है ।

यह फोरम सन 1974 से मानवता की सेवा में कार्यरत संस्था है मैं इस संस्था की कार्यशैली से काफी प्रभावित हूं क्योंकि ये संस्था समाज में ऊंच नीच जात पात और धर्म का फर्क किए बिना सिर्फ मानवता की सेवा के लिए कार्यरत है।आज इस तरह के काम करने वाली संस्थायें बहुत कम हैं और हमें एक बेहतर समाज के लिए इस तरह की संस्थाओं का हौसला भी बढ़ाना चाहिए । उन्होंने संस्था का उनकी इस पहल के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह के सम्मान हम सबको अपनी जिम्मेदारियों को और जिम्मेदारी से निभाने के लिए प्रेरित भी करते रहते हैं। उन्होंने आगे भी संस्था का पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन भी दिया।

वहीं इस मौके पर संस्था की तरफ़ से उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए संस्था के मौलाना आसिम नदवी ने कहा कि एक बेहतर समाज बनाने के उद्देश्य के साथ इस संस्था को आज से 58 साल पहले संगम नगरी इलाहाबाद से शुरू किया गया था और हम सब जानते हैं कि संगम हमारे देश की एकता का प्रतीक भी है जैसे संगम में गंगा जमुना और सरस्वती आपस में मिल कर एक हो जाती हैं वैसे ही देश के सभी धर्मों के लोग आपस में अगर मिल कर रहें और देश की उन्नति के लिए, मानवता के लिए कार्य करें बिना किसी भेदभाव के तो निश्चित ही हम एक बेहतर समाज एक बेहतर देश बना सकते हैं जो सम्पूर्ण विश्व के लिए एक उदाहरण होगा। अंत में संस्था के कोऑर्डिनेटर मो0 शफीक चौधरी ने सभी सम्मानित अतिथियों और सदस्यों के साथ ज़िला कारागार प्रशासन का उनके सहयोग के लिए धन्यवाद किया इस मौके पर खास मौलाना खालिद खान व आसिम नदवी व एडवोकेट अरशद जमील उच्च न्यायालय लखनऊ मौजूद रहे।

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