समाजसेवी धनन्जय साहनी की अध्यक्षता में मोमबत्तियां जलाकर शहीदों को किया गया श्रद्धा-सुमन अर्पित

by Vimal Kishor

वाराणसी,समाचार10 India। देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के गृहनगर रामनगर के 36वी वाहिनी पीएसी के समीप सन 1921 ई0 में लार्ड रीडिंग द्वारा स्थापित शहीद स्मारक में वहाँ के युवा समाजसेवियों ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शाम ढलते ही युवा समाजसेवी धनन्जय साहनी के नेतृत्व में मोमबत्तियां जलाकर शहीदों को नमन किया।

मोमबत्तियां जलाकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात बतौर कार्यक्रम अध्यक्ष धनन्जय साहनी ने कहा कि कारगिल युद्ध के बाद भारतीय सेना के एक नए स्वरूप और शौर्य से सम्पूर्ण विश्व परिचित हुआ। यह भारतीय सेना का ही दमखम था कि टाइगर हिल पर तिरंगा झण्डा लहराया जा सका।

वही बतौर वक्ता शोध छात्र आनंद कुमार कश्यप ने युवाओ का आवाहन करते हुए कहा हमे अभिमान है कि भारतीय सेना विश्व की चौथी सबसे ताकतवर मानी जाने वाली सेना है। पाकिस्तान ही नही हर पड़ोसी मुल्क भारतीय सेना के पराक्रम और शौर्यता से वाकिफ है।

कार्यक्रम में दीपक शर्मा, आनन्द यादव, एडवोकेट धनन्जय साहनी ने जहाँ बतौर वक्ता अपनी बात रखी। वहीं अमित पटेल, दिनेश साहनी, अजय चौधरी, दीपक मौर्य, राज चौहान, जयदेव चौहान सहित अन्य लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

You may also like

Leave a Comment