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“मैं इस समय जिस पीड़ा से गुज़र रहा हूँ, उसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता. कोई सोच भी नहीं सकता कि हम अपने घर में कितना दुख भोग रहे हैं.” पश्चिमी क्यूबा में मातनज़ास के लेनियर मिगुएल पेरेज़ ने बताया