मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत 15 साल में ही हो रही लड़कियों की शादी, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को दिया नोटिस

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मुस्लिम पर्सनल लॉ को छोड़कर दूसरे धर्मो के पर्सनल लॉ में शादी की न्यूनतम उम्र एक समान है। याचिका में कहा गया है कि भारत में मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत प्यूबर्टी यानि युवावस्था प्राप्त करने करने वाली लड़की की शादी 15 वर्ष की आयु में कर दी जाती है, जबकि वे अभी नाबालिग हैं। 

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