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तिरुवनंतपुरम, 16 जुलाई : कवि डॉ कुमार विश्वास की कविता का एक अंश है… ‘एशिया के हम परिंदे, आसमां है हद हमारी; जानते हैं चांद सूरज जिद हमारी, जद हमारी…’ भारत के टैलेंट का बखान करती इन पंक्तियों को केरल के जौहरी