‘पिताजी आज होते तो…’, मां के जन्मदिन पर बचपन के दुख भरे दिनों को याद कर भावुक हुए PM मोदी, बयां किया दर्द

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नई दिल्ली, 18 जून: ”मां, ये सिर्फ एक शब्द नहीं है। जीवन की ये वो भावना होती जिसमें स्नेह, धैर्य, विश्वास, कितना कुछ समाया होता है। दुनिया का कोई भी कोना हो, कोई भी देश हो, हर संतान के मन में

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