जयपुरिया फाउन्डेशन ने पूरे किए अकादमिक उत्कृष्टता के 30 साल

by Vimal Kishor

 

लखनऊ,समाचार10 India। जयपुरिया फाउन्डेशन ने लखनऊ स्थित जयपुरिया इस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट में आयोजित एक भव्य समारोह में अपनी 30 वर्षों की अकादमिक उत्कृष्टता का जश्न मनाया। संस्थान हाल ही में एनआईआरएफ रैंकिंग में 67वें स्थान तक पहुंचने की वजह से सुर्खियों में रहा है, पिछले दो सालों में संस्थान यह रैंकिंग 25 पायदान आगे बढ़ गई है। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुई। इस अवसर पर छात्र, फैकल्टी, एल्युमनाई तथा प्रतिष्ठित विचारक एवं उद्योग जगत के विशेषज्ञ, बदलावकारी शिक्षा में संस्थान की विरासत तथा भावी लीडरों को बढ़ावा देने की इसकी अथक प्रतिबद्धता का जश्न मनाने के लिए इकट्ठा हुए। ‘‘एक संस्थान के लिए फाउन्डेशन डे का आयोजन सिर्फ एक समारोह नहीं बल्कि यह याद करने का मौका है कि हम क्या थे और भविष्य में क्या बनना चाहते हैं। 30 सालों की यात्रा में हमने हर दिन, हर घण्टे, हर पल पहले से बेहतर करने का प्रयास किया है।

मैनेजमेन्ट के 11 सिद्धान्तों और छात्र आचार संहिता के साथ हम अगले 30 सालों में भी गर्व के साथ अपनी पहचान को नया आकार देते रहेंगे।’’ डॉ कविता पाठक, डायरेक्टर, जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट ने कहा। उनके विचारों से समर्थन ज़ाहिर करते हुए डॉ सुषमा विश्नानी, डीन- एकेडमिक्स, जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट ने कहा, ‘‘कुल 30 सालों में से 20 सालों तक इस संस्थान के साथ जुड़ी रही हूं। मैंने देखा है कि लीडरशिप दृष्टिकोण ने हमेशा संस्थान को विश्वस्तरीय दृष्टिकोण दिया, यहां विश्वस्तरीय प्रथाओं की स्थापना की और विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रम पेश किया। छात्र, जो हमारे लिए सबसे ज़्यादा मायने रखते हैं, वे इस दृष्टकोण का केन्द्रबिन्दु रहे हैं।

आज जयुपरिया उत्कृष्टता का पर्याय बन चुका है, और दूसरे संस्थानों को निश्चित रूप से इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। फाउन्डेशन ने अपनी विशिष्ट पहल- वन जयपुरिया इनीशिएटिव पर भी रोशनी डाली, यह अग्रणी अवधारणा फाउन्डेशन के चार परिसरों- लखनऊ, नोएडा, जयपुर और इंदौर- में सहयोगपूर्ण लर्निंग को बढ़ावा देती है। यह पहल परिसर के दायरे से बढ़कर लर्निंग एवं उत्कृष्टता की एक समान संस्कृति को प्रोत्साहित करती है, अपने चारों परिसरों में अकादमिक संसाधनों एवं फैकल्टी की विशेषज्ञता के ज़रिए छात्रों की शैक्षणिक यात्रा को समृद्ध बनाती है। वन जयपुरिया इनीशिएटिव में कॉमन एडमिशन प्रक्रिया, सेंट्रलाइज़्ड प्लेसमेन्ट्स एवं एकीकृत पाठ्यक्रम शामिल है, जो उद्योग जगत के लीडरों और बदलावकर्ताओं को बढ़ावा देती है। यह दृष्टिकोण न सिर्फ अकादमिक परिणामों को प्रोत्साहित करता है बल्कि छात्रों एवं फैकल्टी में सामुदायिक भावना एवं साझा प्रयोजन का भी निर्माण करता है। ‘‘जयपुरिया ने मुझे वो सब कुछ दिया जिसकी मुझे ज़रूरत थी। मुझे रेडिको सिटी में प्लेसमेन्ट मिला, मैं टॉप परफोर्मर बनी, मैंने कई पुरस्कार जीते। आज मैं अपने पति के साथ मिलकर तीन उद्यम चला रही हूं। मैंने प्रक्रिया पर भरोसा किया और मुझे कभी भी पछतावा नहीं करना पड़ता। इसलिए आपको भरोसा करना चाहिए।

आप जो भी पाना चाहते हैं, आपको पूरी सच्चाई और लगन के साथ उस पर काम करने की ज़रूरत है।’’ मिस दीप्ती मेहरा, जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट की एल्युमनाई एवं वाईस प्रेज़ीडेन्ट, मार्केटिंग, क्वेडो ने कहा, जिन्होंने माननीय अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शिरकत थी। कार्यक्रम के दौरान जयपुरिया के लीडरशिप ने छात्रों को विश्वस्तरीय एवं समग्र शिक्षा प्रदान करने के फाउन्डेशन के विज़न को दोहराया, साथ ही अखंडता, समावेशन एवं समाज को कुछ देने के अपने मूल्यों पर भी रोशनी डाली। इसके अलावा संस्थान ने छात्रों एवं स्टाफ को लॉयल्टी एवं एकेडमिक परफोर्मेन्स अवॉर्ड्स भी दिए, उनके योगदान और अकादमिक उपलब्धियों को सम्मानित किया। 30 साल पूरे होने की उपलब्धि जयपुरिया फाउन्डेशन की बेजोड़ विरासत का जश्न है, साथ ही यह भारत में मैनेजमेन्ट की शिक्षा के भविष्य को आकार देने की जयपुरिया की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।

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