शालीमार कलरोथॉन: लखनऊ में कला, संस्कृति और रचनात्मकता का अनूठा संगम

by Vimal Kishor

 

 

 

लखनऊ, नवाबी शहर के कला प्रेमियों के लिए “कलरोथॉन” शालीमार कॉर्प के सहयोग से एक भव्य कला उत्सव का आयोजन 3 मार्च 2024 को गोमतीनगर स्थित राम मनोहर लोहिया पार्क, में करने जा रहा है। इस बहुप्रतीक्षित कला उत्सव में हर उम्र के लोग शामिल होकर कला की इंद्रधनुषी दुनिया का आनंद उठा सकते हैं।

 

इस मेगा आर्ट इवेंट के आयोजन की घोषणा करते हुए शालीमार कॉर्प के डायरेक्टर कुणाल सेठ, प्रसिद्ध वैज्ञानिक मिलिंद राज, अहमद शरीफ और शम्स वारसी संस्थापक और सह-संस्थापक मैनेजिंग ट्रस्टी कलरोथॉन फाउंडेशन और डॉ. वंदना सहगल डीन एंड प्रिंसिपल ( फैकल्टी ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, एकेटीयू) ने गुरुवार को कार्यक्रम से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस संबोधित किया।

कलरोथॉन सिर्फ एक इवेंट नहीं, बल्कि रंगों का एक उत्सव है जो भावनाओं, विचारों और अभिव्यक्तियों को उजागर करता है। कलाकारों, चित्रकारों और स्केचिंग के शौकीन लोगों के लिए, यह एक कैनवास है जहाँ वे अपनी कल्पनाओं को रंगों में उतार सकते हैं। लाइव संगीत और मनमोहक प्रदर्शनों के बीच, कलरोथॉन प्रतिभागियों को अपनी रचनात्मकता को व्यक्त करने का एक मंच प्रदान करता है। यह एक ऐसा अवसर है जहाँ आप अपनी कला के माध्यम से खुद को व्यक्त कर सकते हैं और रंगों की दुनिया में खो सकते हैं।

शालीमार कॉर्प के निदेशक कुणाल सेठ ने कहा,”शालीमार को यह घोषणा करते हुए बेहद गर्व की अनुभूति हो रही है कि वह कलरोथॉन 2024 कार्यक्रम का प्रायोजक है। इस कार्यक्रम में सभी के लिए निशुल्क प्रवेश है। यह कार्यक्रम सामुदायिक जुड़ाव और सामाजिक उत्थान को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जाएगा। हम इस सार्थक पहल का समर्थन करने के लिए रोमांचित हैं जो सामुदायिक जुड़ाव और सामाजिक जिम्मेदारी के हमारे मूल्यों के अनुरूप है। एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट नागरिक के रूप में, शालीमार समुदाय को वापस देने और सांस्कृतिक संवर्धन के अवसर पैदा करने के महत्व को पहचानता है। कलरोथॉन 2024 सामाजिक परिवर्तन को प्रेरित करने और एक बेहतर समाज बनाने के लिए लोगों को एक साथ लाने का एक शानदार तरीका है।”

इस कला उत्सव में कलाप्रेमी विविधता का रंग देख पाएंगे। पारंपरिक चित्रों से लेकर समकालीन स्थापनाओं तक, हर तरह की भारतीय कला का प्रदर्शन यहाँ देखने को मिलेगा। लाइव प्रदर्शन, प्रसिद्ध कलाकारों के साथ बातचीत और व्यावहारिक पेंटिंग सत्र उत्सव के मुख्य आकर्षण होंगे। वे प्रसिद्ध कलाकारों को काम करते हुए देख पाएंगे और उनसे कला के बारे में सीख भी पाएंगे। व्यावहारिक पेंटिंग सत्र में वे खुद भी कलाकार बनकर रचनात्मकता का अनुभव कर पाएंगे। इसके अलावा, लाइव संगीत और नृत्य प्रदर्शन कला उत्सव में चार चांद लगाएंगे। कलाप्रेमी संगीत और नृत्य की मधुर धुनों के बीच कला के सौंदर्य का आनंद ले पाएंगे।

कलरोथॉन फाउंडेशन के मैनेजिंग ट्रस्टी संस्थापक अहमद शरीफ ने कहा, “कलरोथॉन फेस्टिवल अब अपने 10वें साल में है और ये पूरे भारत में सबसे बड़ा ओपन एयर कला मंच बन चुका है। यह एक खास फेस्टिवल है जो कई शहरों में आयोजित होता है। इस दिन हर उम्र और हर वर्ग के लोग इकट्ठे होते हैं, अपने अंदर के बच्चे को जगाने और पूरे देश में रंगों भरी एकता का जश्न मनाने के लिए।”

प्रसिद्ध वैज्ञानिक मिलिंद राज ने कहा, “कागज के एक खाली पन्ने से ज़्यादा आज़ाद कोई चीज़ नहीं होती। जिसके ऊपर विज्ञान, तकनीक, रचनात्मकता और कल्पना एक दूसरे से मिलकर कला, नवाचार और रचनात्मकता के सबसे शानदार रूपों को जन्म देते हैं।”

शम्स वारसी सह-संस्थापक मैनेजिंग ट्रस्टी, कोलोरोथॉन फाउंडेशन, “कलरोथॉन सभी को 3 मार्च, 2024 को लखनऊ के लोहिया पार्क में रंगों के इस उत्सव में शामिल होने का दिली न्योता देता है। चाहे आप एक प्रसिद्ध कलाकार हों, एक नई प्रतिभा हों, या बस कला की खूबसूरती को पसंद करने वाले हों, कलरोथॉन में हर किसी के लिए कुछ न कुछ है।”

You may also like

Leave a Comment