“पश्चिम चौराहे पर कीव की सहायता बढ़ाएं, समझौता करें या रूस से अपमान सहें”…किसने इस बयान से यूरोप में मचा दी है खलबली
by
written by
46
मुख्य समस्या यह है कि यूक्रेन को समर्थन देने की महज बयानबाजी न केवल निरर्थक है, बल्कि प्रतिकूल भी है। वे आवश्यक क्षमताएं प्रदान किए बिना युद्ध के जीतने योग्य होने की मृगतृष्णा को कायम रखते हैं। जैसा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने 17 फरवरी को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भी कहा था।