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कानपुर, 1 सितम्बर। ‘ट्यूशन पढ़ने की मेरी कोई हैसियत नहीं थी। मेरे पास कोई फाइनेंशियल सपोर्ट नहीं था। बस एक सपना था कि मुझे उत्तर प्रदेश के छोटे से कस्बे से कामयाबी की बड़ी उड़ान भरनी है। हिम्मत थी कि मुश्किल हालात