22
नई दिल्ली, 26 जुलाई। ‘पर्वत पर कितने सिंदूरी सपने दफन हुए होंगे, बीस बसंतों के मधुमासी जीवन हवन हुए होंगे’, कारगिल शहीदों को नमन करती ये लाइनें वीर रस के सशक्त हस्ताक्षर डॉ हरिओम पंवार ने लिखी हैं, जिसे पढ़कर आप