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कैनबरा, 27 मई : मनुष्य के जीवन में कई ऐसे अवसर आते हैं, जहां वह प्रकृति के कारनामों से अंचभित हो जाता है। उसकी सोच वहां शून्य पड़ जाती है। प्रकृति के आगे सब बौने साबित हुए हैं। इन परिस्थितियों में