मेदांता लखनऊ ने छह महीने में रचा इतिहास, 180 से अधिक सफलतापूर्वक रोबोटिक सर्जरी पूरी

मेदांता लखनऊ रोबोटिक सर्जरी में बना अग्रणी केंद्र, मरीजों को मिल रही है बेहतर और तेज़ रिकवरी

by Vimal Kishor

 

लखनऊ,समाचार10 India। मेदांता लखनऊ ने चिकित्सा जगत में एक नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए मात्र छह महीनों में 180 से अधिक रोबोटिक सर्जरी सफलतापूर्वक पूरी की हैं। दा विंची एक्सआई रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम अपनाने के बाद यह उपलब्धि अस्पताल की अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीक में नेतृत्वकारी भूमिका और सटीकता आधारित, न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रियाओं के प्रति प्रतिबद्धता को दिखाती है।

इस अवसर पर कई प्रतिष्ठित चिकित्सा विशेषज्ञ मौजूद रहे, जिनमें डॉ. राकेश कपूर, मेडिकल डायरेक्टर एवं डायरेक्टर – यूरोलॉजी रोबोटिक्स और किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी; डॉ. अनीश श्रीवास्तव, डायरेक्टर – यूरोलॉजी रोबोटिक्स और किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी; डॉ. मनमीत सिंह, डायरेक्टर – यूरोलॉजी रोबोटिक्स और किडनी ट्रांसप्लांट; डॉ. अमित अग्रवाल, डायरेक्टर – एंडोक्राइन एवं ब्रेस्ट सर्जरी; डॉ. नीलम विनय, डायरेक्टर – गायनेकोलॉजी एवं गायनी ऑन्कोलॉजी; डॉ. आनंद प्रकाश, डायरेक्टर – जीआई सर्जरी, जीआई ऑन्कोलॉजी एवं बेरियाट्रिक सर्जरी; डॉ. संदीप कुमार वर्मा, डायरेक्टर – जीआई सर्जरी, जीआई ऑन्कोलॉजी एवं बेरियाट्रिक सर्जरी और डॉ. रोहित कपूर, कंसल्टेंट – यूरोलॉजी रोबोटिक्स और किडनी ट्रांसप्लांट शामिल रहे।

इस मौके पर डॉ. राकेश कपूर ने कहा, “यह मेदांता लखनऊ के उत्कृष्ट सर्जिकल केयर की दिशा में एक नया अध्याय है। रोबोटिक सर्जरी भविष्य है और हमने इसके परिवर्तनकारी लाभ का अनुभव किया है। यह सिस्टम हमें सर्जरी के दौरान मैग्नीफाइड उच्च गुणवत्ता वाली 3D दृष्टि प्रदान करता है, जिससे जटिल सर्जिकल क्षेत्र में सटीकता से कार्य करना संभव हो पाता है। इसका सीधा लाभ मरीजों को बेहतर परिणाम, जल्दी रिकवरी, कम दर्द और न्यूनतम रक्तस्राव के रूप में मिलता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि रोबोट खुद सर्जरी नहीं करता, बल्कि सर्जन की क्षमता को कई गुना बढ़ाता है।”

डॉ. कपूर ने आगे कहा, “दा विंची एक्सआई सिस्टम के माध्यम से मरीजों को तेज़ रिकवरी, कम पीड़ा, न्यूनतम रक्तस्राव और कम अस्पताल में भर्ती रहने की आवश्यकता होती है। यह तकनीक मानव हाथों में कंपन को समाप्त कर सटीकता से सर्जरी को संभव बनाती है, जिससे सर्जरी के परिणाम और पोस्ट-ऑपरेटिव जटिलताएँ कम हो जाती हैं।”

उन्होंने बताया कि इस अत्याधुनिक तकनीक का सर्वाधिक लाभ यूरोलॉजी, गायनेकोलॉजिकल ऑन्कोलॉजी, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी, बेरियाट्रिक सर्जरी, एंडोक्राइन और ब्रेस्ट सर्जरी तथा हेड एंड नेक ऑन्कोलॉजी जैसी जटिल बीमारियों में मिलेगा, जहाँ सटीकता और न्यूनतम इनवेसिव तकनीक सफलता के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

दा विंची एक्सआई के साथ मेदांता लखनऊ स्वास्थ्य सेवाओं में नए मानक स्थापित करने के साथ ही विश्वस्तरीय उपचार सुनिश्चित कर रहा है।

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