हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव: 11वीं सांस्कृतिक संध्या में गरबा नृत्य ने दशकों का मन मोहा।

by Vimal Kishor

 

लखनऊ,समाचार10 India। स्मृति उपवन बंग्ला बाजार में आयोजित माँ गायत्री जन सेवा संस्थान एवं नीशू वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वाधान में हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव में शुक्रवार शाम आज के बतौर मुख्य अतिथि सदस्य विधान परिषद मुकेश शर्मा एवम अध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह व गुंजन वर्मा द्वारा सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत नेचुरल टच वेलफेयर सोसायटी द्वारा अध्यक्ष- स्मृति शर्मा महाराष्ट्र लोक-देव श्री गणेशा, बांग्ला- लोकगीत,राजस्थान- मैशअप/ कालबेलिया, गुजराती- ढोलिडा ढोल रे वागड़ से प्रस्तुती दी गई जिसमें कुल- 53 प्रतिभागी (आर्यकन्या पाठशाला इंटर स्कूल, आरबीएन ग्लोबल स्कूल) रहें।

चार प्रस्तुति में महाराष्ट्र गणेश उपासना के साथ गणेश जी स्थापना हुई, दूसरे पर बंगला, तीसरे पर राजस्थान चौथे पर गुजरात अपने प्रसिद्ध गरबा के साथ प्रस्तुति देकर भारत को अनेकता में एकता को दर्शाया। अन्त में सब प्रदेश मिल कर मंच पर शामिल हुऐ और गणेश जी को वापस उनके धाम जाने का उत्सव किया। भारत के अनेकों राज्य हैं और उनके अपने-अपने उत्सव हैं और जब उत्सव की बात आती है तो मन हर्ष और उल्लास से भर जाता है। पूजा में सर्वप्रथम गणेश जी की उपासना की जाती है।

तत्सत सेवा संस्थान सीतापुर के द्वारा सांस्कतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसका संचालन अलीशा मेराज़ के द्वारा किया गया। तत्सत टीम के डायेरक्टर अभय श्रीवास्तव् के साथ आराधना सिंह, यस्वि चौरसिया,अम्बर श्रीवास्तव, शिखा वर्मा, नाहिद नाज़ ,आरुषि अग्रवाल,तौकीर खान,यासीन इब्ने उमर,अंकिता सिंह, खुशि राठौर ने शानादार प्रस्तुती देकर दर्शको को आकर्षित किया। यस्वि ने सत्यम शिवम सुंदरम…… अभय श्रीवास्तव ने सुहांनी चांदनी राते…. कभी कभी मेरे दिल ख्याल…. शिखा ने गली मै आज चाँद निकला… गीत से दर्शन मंत्रमुग्ध हुए। इस अवसर पर महोत्सव समिति के रणवीर सिंह ,विनय दुबे, हेमू चौरसिया आदि उपस्थित रहे। मंच का संचालन प्रदीप शुक्ला एवम मनीष पंडित ने किया।

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