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नई दिल्ली, 20 अगस्त। अफगानिस्तान का कभी गौरवमयी इतिहास था। लेकिन बदनसीबी से यह देश पिछले 48 साल से बारूद के ढेर पर बैठा हुआ है। कदम- कदम पर मौत। भुखमरी, गरीबी और अशिक्षा इसकी किस्मत पर जबरिया चस्पा कर दिया