ब्लॉग: ‘कर्मयोगी’ मोदी कर्तव्य पथ पर

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पीएम हाथ जोड़े और आंसूओं को रोके एकटक अपनी उस मां को निहारते रहे, जिन्होंने न सिर्फ़ उन्हें जन्म दिया था बल्कि उच्च मानवीय और नैतिक मूल्यों से उनके व्यक्तित्व को गढ़ा भी था। 

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