लखनऊ,समाचार10 India। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने चकबंदी कार्य में अनियमितता मामले में डीडीसी व बंदोबस्त अधिकारी सहित सात कार्मिकों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। साथ ही दोषपूर्ण रीति से कार्मिकों का स्थानांतरण मामले में तत्कालीन निदेशक, आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा को भी सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं।
मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से ट्वीट किया गया, आम नागरिक की शिकायतों/समस्याओं के प्रति संवेदनशील मुख्यमंत्री जी ने वाराणसी की तहसील पिंडरा अंतर्गत चकबंदी कार्य में अनियमितता के प्रकरण में संबंधित डी.डी.सी. व बंदोबस्त अधिकारी सहित 07 कार्मिकों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं।
आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा के तत्कालीन निदेशक पर गाज
वहीं, सीएमओ ऑफिस की ओर से दूसरे ट्वीट में लिखा गया, मुख्यमंत्री जी ने स्थानांतरण नीति की उपेक्षा कर दोषपूर्ण रीति से कार्मिकों का स्थानांतरण करने के प्रकरण में तत्कालीन निदेशक, आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा (संप्रति संबद्ध, कार्यालय निदेशक, कोषागार उ.प्र., लखनऊ) को निलंबित करने के आदेश दिए हैं।
चकबंदी में अनियमितता पर सात कार्मिक निलंबित
दरअसल, वाराणसी जिले में भ्रष्टाचार, अनियमितता और आम नागरिक की शिकायतों, समस्याओं की उपेक्षा करने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। उन्होंने तहसील पिंडरा अंतर्गत चकबंदी कार्य में अनियमितता के प्रकरण में संबंधित डी.डी.सी., बंदोबस्त अधिकारी, पेशी कानूनगो, चकबन्दीकर्ता, चकबंदी लेखपाल व दो चकबंदी अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया है। साथ ही सीएम योगी ने शिकायतकर्ता द्वारा खरीदी की गई जमीन पर तत्काल कब्जा दिलाने के भी निर्देश दिए हैं।