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रीवा, 13 सितंबर। बचपन से दिव्यांग होने के कारण हौसला नहीं हारे कृष्ण कुमार बचपन से दोनों हाथ ना होने के बाद भी वह पढाई करते और लिखाई अपने दोनों पैरों से करते थे एमपी बोर्ड परीक्षा में 82% अंक प्राप्त