मुंबई,समाचार10 India। जब जासूसी केवल एक मिशन न होकर कर्तव्य बन जाए, तब जन्म होता है ‘सलाकार’ जैसे रोमांचक थ्रिलर का। जियोहॉटस्टार पर 8 अगस्त से स्ट्रीम हो रही यह हाई-ऑक्टेन सीरीज़ 1978 और 2025 के बीच घटित सच्ची घटनाओं से प्रेरित है। इसकी कहानी अधीर नाम के एक अंडरकवर जासूस के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसने अतीत में पाकिस्तान की परमाणु योजना को नाकाम किया था और अब, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में, उसी मिशन की परछाइयों और नई चुनौतियों का सामना कर रहा है। वफादारी को हथियार और खामोशी को सहारा बनाकर, ‘सलाकार’ निजी दुश्मनी और राष्ट्रीय कर्तव्य का रोमांचक संगम पेश करती है।
इस सीरीज़ में नवीन कस्तूरिया, मौनी रॉय और मुकेश ऋषि अहम भूमिकाओं में हैं। इसका निर्देशन फारूक कबीर ने किया है, जबकि निर्माण स्फीयरऑरिजिन्स और माहिर फिल्म्स ने किया है।
इस हफ्ते की शुरुआत में मुंबई में आयोजित ‘सलाकार’ की विशेष स्क्रीनिंग महज एक प्रीमियर नहीं थी, बल्कि उन अनगिनत गुमनाम नायकों को एक खामोश सलाम थी, जो बिना किसी पहचान या सम्मान के देश की सेवा करते हैं। माहौल गर्व और सम्मान से भर गया, जब वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विश्वास नांगरे पाटिल और कृष्णा प्रकाश से लेकर दिशा पटानी, टाइगर श्रॉफ, नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी, नुसरत भरूचा, कैलाश खेर, आमिर अली और अहसास चन्ना जैसी जानी-मानी हस्तियां एक ऐसी कहानी देखने के लिए जुटीं, जो अक्सर पर्दे के पीछे रह जाती है। यह शाम असरदार बातचीतों और दिल छू लेने वाले पलों से सजी रही।
सीरीज़ की संवेदनशीलता और प्रभाव को लेकर आईपीएस कृष्णा प्रकाश ने कहा, “कुछ कहानियां सिर्फ मनोरंजन करती हैं, और कुछ दिल के किसी कोने को गहराई से छू जाती हैं। ‘सलाकार’ दोनों करती है – और उससे भी कहीं ज़्यादा। इसने मुझे उन साथियों की याद दिला दी, जो बिना किसी हिचक के खतरे की ओर बढ़े, यह जानते हुए भी कि वे अपनी जीत या हार के बारे में कभी कुछ नहीं कह पाएंगे। इस सीरीज़ ने वे भावनाएं फिर से जगा दीं जिन्हें मैं बहुत पीछे छोड़ चुका था। यह गर्व से भर देने वाला अनुभव था। जियोहॉटस्टार और पूरी टीम को मेरी दिल से शुभकामनाएं। उम्मीद है यह सीरीज़ देश के हर कोने तक पहुंचे और लोगों को याद दिलाए कि कुछ लोग खामोशी से देश की सेवा करते हैं, ताकि हम सब सुकून से जी सकें।”
निर्देशक फारुक कबीर ने कहा – “‘सलाकार’ मेरे लिए सिर्फ एक स्पाई थ्रिलर नहीं, बल्कि एक मक़सद था — उन गुमनाम नायकों की कहानी कहने का, जो चुपचाप देश की सेवा करते हैं और उसी ख़ामोशी में अपना जीवन भी दे देते हैं। ऐसी कहानियां अक्सर सामने नहीं आ पातीं, इसलिए जब ‘सलाकार’ को दर्शकों ने इतने दिल से अपनाया, तो वह एहसास बेहद भावुक कर देने वाला था। मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि इस सफ़र में मुझे शानदार कास्ट, क्रू, और उन असली अधिकारियों व पूर्व सैनिकों का साथ मिला, जिन्होंने इस कहानी में खुद को देखा।
यह एक ऐसी यात्रा रही है जिसमें हमने सच्चाइयों को सामने लाने की कोशिश की, बलिदान को सलाम किया और पूरी ईमानदारी से एक कहानी कही अब जब ‘सलाकार’ दुनिया के सामने है, तो मेरी यही उम्मीद है कि यह हर भारतीय के दिल तक पहुंचे और याद दिलाए कि हमारी शांति की कीमत कुछ लोग चुपचाप चुका रहे हैं।”
अभिनेत्री मौनी रॉय, जो सीरीज़ में एक अहम भूमिका निभा रही हैं, ने कहा, “अब जब ‘सलाकार’ रिलीज़ हो चुकी है, तो दिल बेहद भावुक हो गया है। ऐसे प्रोजेक्ट का हिस्सा बनना किसी सौभाग्य से कम नहीं, जिसकी अपनी गहराई और मक़सद है। हम अक्सर अनसुने नायकों के बारे में सुनते हैं, लेकिन इस सीरीज़ ने मुझे उनकी ज़िंदगी को महसूस करने का मौका दिया, जो पर्दे के पीछे रहकर देश के लिए अपनी लड़ाई लड़ते हैं। यह सिर्फ एक किरदार नहीं था, बल्कि एक श्रद्धांजलि थी। अब तक जो प्यार और सराहना मिली है, वह बताती है कि ऐसे किस्सों की कितनी ज़रूरत है। मुझे गर्व है कि मैं इस कहानी का हिस्सा बनी और उम्मीद करती हूं कि ‘सलाकार’ दिलों तक पहुंचे और ज़रूरी संवाद शुरू करे।”