लखनऊ,समाचार10 India। बीते बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा प्लास्टिक प्रदूषण पर रोक लगे को लेकर एक वृहद जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन पर्यावरण मंत्री डा अरुण कुमार सक्सेना ने किया। उन्होंने लोगों का आवाहन किया कि प्लास्टिक प्रदूषण से बचना चाहिए क्योंकि यह हमारे पर्यावरण के लिए बहुत हानिकारक है। मंत्री जी ने कहा कि जब भी कहीं जाएं घर से पानी लेकर जाएं प्लास्टिक बोतलों और पाउच के पानी से बचें खासकर सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल से। प्लास्टिक हमारे पर्यावरण को नुक़सान पहुंचाने के साथ हमारे स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालते हैं प्लास्टिक की बोतल से उसके कण पानी में घुल कर कैंसर का कारण भी बन सकते हैं। इस वर्ष 2025 हेतु विश्व पर्यावरण दिवस की थीम है-एंडिंग प्लास्टिक पौलूशन ग्लोबली।
इस अवसर पर मंत्री द्वारा प्लास्टिक प्रदूषण नियंत्रण पर एक पुस्तक फ्रीडम फ्राम प्लास्टिक पैलूशन विथ वन थौट सलूशन का विमोचन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने किया गया। प्रवीण कुमार, मुख्य पर्यावरण अधिकारी ने मंत्री डा अरुण कुमार सक्सेना का आभार जताते हुए कहा कि हम सभी को मंत्री जी द्वारा बताये गये सुझावों का अनुसरण करना चाहिए ताकि हम अपने पर्यावरण को स्वच्छ और सुंदर बना सके। अंत में पर्यावरण मंत्री को मोमेंटो और पौधा देकर सम्मानित किया गया। मंत्री जी ने प्लेज वाल पर हस्ताक्षर करके पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सीएमएस स्कूल की सभी ब्रांचों के विद्यार्थियों ने प्लास्टिक से होने वाले पर्यावरण के नुक़सान पर पेंटिंग और डिबेट प्रतियोगिता में इसके दुष परिणामों पर अपने विचार व्यक्त किए और अपने सुझाव दिए। आयोजकों ने विजेता बच्चों को सम्मानित किया। सभी अभिभावकों और अतिथियों को पौधा और जूट का थैला देकर स्वच्छ पर्यावरण का संदेश दिया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अध्यक्ष डा रवीन्द्र प्रताप सिंह, सदस्य सचिव संजीव कुमार सिंह, राजेन्द्र सिंह मुख्य पर्यावरण अधिकारी, रामगोपाल मुख्य पर्यावरण अधिकारी, जी सी आर्या पर्यावरण अभियंता, रितेश तिवारी पर्यावरण अभियंता, रितेश कुमार मौर्या सहायक पर्यावरण अभियंता, डा अलका सिंह सहायक वैज्ञानिक अधिकारी, डा आरती गुप्ता सहायक वैज्ञानिक अधिकारी और विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे।