गोरखपुर के युवा ने बहनों के लिए बनाई ‘स्मार्ट विमेंस सेफ्टी राखी’, ऐसे करेगी सुरक्षा

by Vimal Kishor

 

विमल किशोर

लखनऊ/वाराणसी: रक्षाबंधन के अवसर पर मेरठ के एमआईईटी इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र अभिषेक गुप्ता ने एक ऐसी स्मार्ट राखी बनाई है, जो मुसीबत में बहनों की रक्षा करेगी।
इंजीनियरिंग छात्र अभिषेक गुप्ता ने जीपीएस वॉयस टेक्नोलॉजी से लैस स्मार्ट राखी बनाई है, जिसका नाम रखा है- ‘स्मार्ट विमेंस सेफ्टी राखी’। अभिषेक एमआईईटी इंजीनियरिंग कॉलेज में इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के छात्र हैं। मूल रूप से वह महाराजगंज के सिसवां बाजार के निवासी हैं। इससे पहले वे गोरखपुर के बेतियाहाता में रहते थे। अभिषेक वर्तमान में मेरठ में रहकर एमआईईटी इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ रहे हैं।

अलग आइडिया के साथ बनाई स्माॉर्ट राखी
अभिषेक गुप्ता ने खास बातचीत में बताया कि, उनके विभाग के अध्याखपकों ने उनसे रक्षाबंधन के अवसर पर कुछ नया करने का आइडिया मांगा, जिस पर उन्‍होंने बहनों के लिए कुछ अलग करने का सोचा। फिर उन्होंने अपने एमआईईटी कॉलेज के आइडिया इन्नोवेशन लैब (अटल कम्युनिटी इन्नोवेशन सेंटर) में ‘स्मार्ट विमेंस सेफ्टी राखी’ तैयार की। छात्र अभिषेक ने बताया कि, यह स्मार्ट राखी मुसीबत में फंसी बहनों की सहायता करेगी। इसकी मदद से भाई और पुलिस को कॉल चली जाएगी और वे लोकेशन के हिसाब से मौके पर पहुंच जाएंगे। अभिषेक ने इसके काम करने के बारे में बताया कि, इस राखी के 2 हिस्से हैं। पहला- रिसीवर, जो भाई के हाथ में राखी के रूप में बंधा होगा। और दूसरा- जीपीएस ट्रांसमीटर, जो बहन के हाथों में ब्रेसलेट के रूप में बंधा होगा। ये दोनों डिवाइस जीएसएम नेटवर्क और रेडियो फ्रीक्वेंसी के जरिए एक-दूसरे से होंगे।

कैसे मदद करेगी स्मार्ट राखी
अभिषेक गुप्ता ने बताया कि, भाई के हाथ में बंधी राखी में रेडियो रिसीवर लगा होगा, जो बहन के मुसीबत में होने पर एक वाइब्रेशन क्रिएट करेगा। साथ ही बहन के मदद के लिए पुकारने या बटन को दबाने पर लोकेशन के साथ संकेत भी देता है। यही नहीं, ये लोकेशन के साथ पुलिस को कॉल भी करता है। इस तरह मुसीबत में फंसी बहन को भाई और पुलिस मौके पर पहुंचकर बचा सकते हैं।

मार्केट में कम रखी जाएगी कीमत
छात्र अभिषेक ने बताया कि, यह एक प्रोटोटाइप स्मार्ट राखी है। इसकी रेंज अभी दो किलोमीटर के अंदर है। इसे बनाने में करीब 3 हजार रुपए का खर्च आया है। अभी इसकी कीमत करीब दो हजार रुपए से 2200 रुपए तक है। भविष्य में इसे मार्केट में उतारा जाएगा तो इसकी कीमत और कम की जाएगी, जिसे लोग इसे आसानी से खरीद सकें। इंजीनियरिंग छात्र अभिषेक गुप्ता ने बताया कि, उन्होंने इस प्रोजेक्ट को मेरठ के एमआईईटी के अटल कम्युनिटी इन्नोवेशन सेंटर लैब में तैयार किया है। इसे तैयार करवाने में उनके अध्यापकों दिलीप रावत और श्याम चौरसिया ने महत्वपूर्ण योगदान दिया और उनकी देखरेख में ही ये स्मार्ट राखी बनाई है। इसके लिए अभिषेक ने अपने अध्यापकों और कॉलेज को धन्यवाद दिया।

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