अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ द्वारा 19 सितंबर से जिस मजदूर अधिकार यात्रा का प्रारंभ वाल्मिकी तीर्थ अमृतसर से हुआ था उसका समापन दिल्ली के जंतर मंतर पर कल दिन सोमवार 10 अक्तूबर को होगा जिसमे देश भर से अखिल भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व आम जनता भी शामिल होगी इस समापन कार्यक्रम में अखिल भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष कर्म सिंह कर्मा के साथ प्रदेश अध्यक्ष राणा और अन्य पदाधिकारी भी शामिल होंगे।आपको बता दें के ये यात्रा मजदूरों के हक के लिए प्रारंभ की गई थी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने गृह मंत्री अमित शाह को भी अवगत करा दिया है और ये आश्वासन भी प्राप्त किया है के मजदूर संघ की मांगों को नजरंदाज नहीं किया जाएगा और उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।इन 10 मांगों में जो मुख्य मांगे हैं वो ये है के एन पी एस को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना की बहाली की जाए दूसरी ये कि 240 दिन से कार्यरत कर्मचारियों को नियमित किया जाए तीसरी और अहम मांग ये है कि समान कार्य का समान वेतन कानून बनाकर डी ओ पी टी के माध्यम से पूरे देश में लागू की जाए इसी प्रकार की कुल 10 मांगे हैं जो वास्तव में हर उन कर्मचारियों के पक्ष में हैं जिससे वो अभी तक 10 अक्तूबर 2022 को विशाल धरने प्रदर्शन के साथ संपन्न होगी मजदूर अधिकार पद यात्रा…
अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ द्वारा 19 सितंबर से जिस मजदूर अधिकार यात्रा का प्रारंभ वाल्मिकी तीर्थ अमृतसर से हुआ था उसका समापन दिल्ली के जंतर मंतर पर कल दिन सोमवार 10 अक्तूबर को होगा जिसमे देश भर से अखिल भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व आम जनता भी शामिल होगी इस समापन कार्यक्रम में अखिल भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष कर्म सिंह कर्मा के साथ प्रदेश अध्यक्ष अजय राणा और अन्य पदाधिकारी भी शामिल होंगे।आपको बता दें के ये यात्रा मजदूरों के हक के लिए प्रारंभ की गई थी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने गृह मंत्री अमित शाह को भी अवगत करा दिया है और ये आश्वासन भी प्राप्त किया है के मजदूर संघ की मांगों को नजरंदाज नहीं किया जाएगा और उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
इन 10 मांगों में जो मुख्य मांगे हैं वो ये है के एन पी एस को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना की बहाली की जाए दूसरी ये कि 240 दिन से कार्यरत कर्मचारियों को नियमित किया जाए तीसरी और अहम मांग ये है कि समान कार्य का समान वेतन कानून बनाकर डी ओ पी टी के माध्यम से पूरे देश में लागू की जाए इसी प्रकार की कुल 10 मांगे हैं जो वास्तव में हर उन कर्मचारियों के पक्ष में हैं जिससे वो अभी तक वांछित हैं या उन्हें वंचित किया जा रहा है। है।