4
नई दिल्ली: पृथ्वी और इस पर रहने वाले जीवों का निर्माण बहुत ही संतुलन के साथ हुआ। प्रकृति ने सभी जीव-जंतुओं का इलाका बांट रखा था, लेकिन इंसान विकास के चक्कर में दूसरे जीवों के इलाके में दखल देते चले गए।