रीजेंसी हेल्थ लखनऊ ने डॉक्टरों में बर्नआउट और बढ़ते स्ट्रेस को लेकर जताई चिंता

by Vimal Kishor

लखनऊ,समाचार10 India। रीजेंसी हेल्थ लखनऊ ने डॉक्टरों को प्रभावित कर रहे स्ट्रेस और बर्नआउट की समस्या पर तत्काल जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। लंबे समय तक काम करने, मरीजों का भारी लोड और लगातार भावनात्मक दबाव के कारण डॉक्टर गंभीर मानसिक और शारीरिक तनाव महसूस कर रहे हैं। इससे न केवल उनकी सेहत प्रभावित हो रही है, बल्कि मरीजों की सुरक्षा और मेडिकल केयर की गुणवत्ता पर भी असर पड़ रहा है।

पिछले कुछ वर्षों में हेल्थकेयर सिस्टम में डॉक्टरों में बर्नआउट एक गंभीर चुनौती बन गई है। पूरे भारत में 1000 हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स पर किए गए सर्वे के अनुसार 83% डॉक्टर मानसिक और भावनात्मक थकान की शिकायत कर रहे हैं। यह आंकड़ा महिला डॉक्टरों में 87% तक पहुंचता है। एक सर्वे के अनुसार आधे से ज्यादा डॉक्टरों को अपने मानसिक स्वास्थ्य के बिगड़ने का डर है। छोटे शहरों और टियर-2 एवं टियर-3 शहरों के डॉक्टरों में यह समस्या मेट्रो शहरों की तुलना में अधिक देखी गई है। इसके अलावा, लंबी वर्किंग आवर्स, अधिक मरीजों का लोड और अपर्याप्त संस्थागत समर्थन से जॉब सेटिस्फेक्शन में कमी आ रही है और मरीजों की देखभाल पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।

रीजेंसी हेल्थ के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. अतुल कपूर ने कहा, “डॉक्टरों की भलाई के लिए सिर्फ वर्कलोड मैनेजमेंट पर्याप्त नहीं है। इसके लिए हेल्थकेयर कल्चर में बुनियादी बदलाव की जरूरत है, ताकि मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जा सके, एक्सेसिबल सपोर्ट सिस्टम बनाया जा सके और वर्क-लाइफ इंटीग्रेशन को बढ़ावा दिया जा सके। केवल रणनीतिक और व्यवस्थित प्रतिक्रिया ही बर्नआउट को प्रभावी ढंग से कम कर सकती है।”

रीजेंसी हेल्थ लखनऊ के सीईओ अभिषेक कपूर ने कहा, “हम टारगेटेड स्ट्रेस मैनेजमेंट कार्यक्रमों, नेतृत्व की जवाबदेही और लचीली नीतियों के माध्यम से दैनिक क्लीनिकल प्रैक्टिस में स्वास्थ्य को शामिल करने पर ध्यान देते हैं। हमारा लक्ष्य एक ऐसा वातावरण बनाना है जहाँ डॉक्टर लचीलापन बनाए रख सकें, करुणामय देखभाल प्रदान कर सकें और अपने करियर को लंबे समय तक बनाए रख सकें।”

रीजेंसी हेल्थ का कहना है कि स्वास्थ्य संस्थानों की लॉन्ग-टर्म सस्टेनेबिलिटी के लिए वहाँ स्वास्थ्य और कल्याण का मजबूत कल्चर बनाना बहुत जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य पर खुलकर बात करना, काउंसलिंग सेवाएं उपलब्ध कराना और स्वास्थ्य को रोजमर्रा के काम का हिस्सा बनाना जैसे कदम हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स को तनाव को बेहतर ढंग से संभालने में मदद कर सकते हैं।

डॉक्टरों के कल्याण पर फोकस करके रीजेंसी हेल्थ लखनऊ यह संदेश देता है कि मरीजों की देखभाल करने वालों की सुरक्षा कितनी अहम है। स्वस्थ मेडिकल वर्कफोर्स से मरीजों के इलाज का परिणाम बेहतर होता है, सुरक्षित वातावरण बनता है और मजबूत व लचीला हेल्थकेयर सिस्टम सभी के लिए सुनिश्चित होता है।

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