मुम्बई,,समाचार10 India। डेंज़ल वाशिंगटन, जिनकी अदाकारी में गहराई और दमदार उपस्थिति की ताकत है, हर भूमिका को जीवंत बना देते हैं। उनका करिश्माई अंदाज और दृढ़ता से भरा अभिनय स्क्रीन पर ऐसा प्रभाव डालता है कि हर सीन में वह छा जाते हैं। ग्लैडिएटर II में, वाशिंगटन मैक्रिनस का किरदार निभा रहे हैं, जो महत्वाकांक्षा और शक्ति की भूख को दर्शाता है। इस किरदार में वह सत्ता की नई परिभाषा पेश करते हैं, जो दर्शकों को उनकी दुनिया में खींच लेती है। मैक्रिनस के रूप में वह एक ऐसा शख्स बनते हैं, जो न केवल अपने साम्राज्य को खुद स्थापित करता है, बल्कि अपने खुद के नियम भी तय करता है। इस ऐतिहासिक सीक्वल का हिस्सा बनने के अनुभव के बारे में डेंज़ल वाशिंगटन के विचार क्या हैं?
वॉशिंगटन बताते हैं कि मैक्रिनस एक ऐसा व्यक्ति है जो कई भाषाओं में माहिर और रोम का शायद सबसे अमीर इंसान है। वह कहते हैं, “आजकल जैसे अमीर लोग घुड़दौड़ के घोड़े पालते हैं, मैक्रिनस के पास ग्लैडिएटर्स का पूरा समूह है। जब वह लूसियस को अपने इस समूह में शामिल करता है, तो उसके मन में एक बड़ा लक्ष्य होता है। लूसियस एक जन्मजात नेता और महान योद्धा हैं, जो उसे मैक्रिनस के लिए कई तरह से महत्वपूर्ण बनाता है।
लेकिन क्रोध को वह अपने लिए खतरा मानता है, क्योंकि यह एक कमजोरी है। मैक्रिनस कभी अपना नियंत्रण नहीं खोना चाहता। वह सम्राट बनने में रुचि नहीं रखता; वह सम्राट को नियंत्रित करना चाहता है। सत्ता उसके लिए एक नशा है, और एक बार इसका स्वाद चख लेने के बाद, वह और भी अधिक चाहता है। उसे वास्तव में किसी की परवाह नहीं होती, वह सिर्फ लोगों का इस्तेमाल करता है। अगर कोई उसे और ज्यादा ताकतवर नहीं बना सकता, तो वह उनमें कोई दिलचस्पी नहीं रखता।”
वाशिंगटन, जो कई पुरस्कार विजेता फिल्मों में काम कर चुके हैं, “ग्लैडिएटर II” को अपनी अब तक की सबसे बड़ी फिल्म मानते हैं। वे कहते हैं, “यह फिल्म बहुत बड़ी है – जैसे सेसिल बी. डेमिले की क्लासिक फिल्मों को स्टेरॉयड्स पर डाल दिया हो। इस फिल्म में युद्ध के दृश्यों में रिडले (निर्देशक) के पास सैकड़ों नहीं, बल्कि हजारों लोग हैं। उसके पास 20 घोड़े नहीं, बल्कि 20 से भी ज्यादा हैं। जहां से भी आप इस फिल्म को देखना शुरू करेंगे, आप उसी दुनिया में डूब जाएंगे। सेट पर खूबसूरत वेशभूषा, शानदार रंग, तलवारें, ढालें और हजारों सैनिकों के साथ होना मेरे लिए एक अलग ही अनुभव था। यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक नई दुनिया है।” वे कहते हैं, “लोग जो कुछ देखेंगे, उससे चकित रह जाएंगे।”
प्रसिद्ध निर्देशक रिडली स्कॉट एक बार फिर “ग्लैडिएटर 2” लेकर आ रहे हैं, जिसमें रोम की प्राचीन दुनिया की ताकत, बदला और किस्मत का भयानक संघर्ष देखने को मिलेगा। मैक्जिमस की दुखद मौत के बाद, कई सालों बाद लुसियस (पॉल मेस्कल) खुद को कोलोजियम की क्रूरता भरी दुनिया में पाता है। उसका घर अब उन शासकों के कब्जे में है, जिनके अत्याचार से पूरा रोम थर्रा रहा है। लुसियस की आत्मा बदले की आग में जल रही है, और अब उसे साम्राज्य की किस्मत को संतुलन में लाना है। इस सफर में वह अपने अतीत से ताकत जुटाएगा और रोम के लिए वह सम्मान लेकर लौटेगा, जो वहां के लोग सच्चे दिल से चाहते हैं। कहानी वहीं से शुरू होती है, लेकिन इस बार यह पहले से भी ज्यादा ताकतवर, खून-खराबे से भरी और बेहद अद्भुत होगी।
यह फिल्म भारत के सिनेमाघरों में 15 नवंबर को अंग्रेजी, हिन्दी, तमिल और तेलुगू में 4Dx तथा आईमैक्स में रिलीज होगी!