लखनऊ,समाचार10 India। भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी सरफराज खान के पिता और क्रिकेट कोच नौशाद खान रविवार को शहर में मेहमान बने। नौशाद ने गोमती रिवर फ्रंट पर सेज स्पोर्ट्स एकेडमी के उद्घाटन अवसर पर पहुंचकर युवा खिलाड़ियों से मुलाकात की। बच्चों के सवालों के जवाब देकर उनकी जिज्ञासाएं दूर कीं। साथ ही उन्हें पिच पर बैट, बॉल हाथ में लेकर क्रिकेट की बारीकियों से रूबरू करवाया।
रिवर फ्रंट चटोरी गली स्थित मैदान पर प्रेरक वक्ता नौशाद ने कहा कि बड़े बेटे सरफराज को भारतीय टीम में शामिल होने और टेस्ट क्रिकेट खेलने पर मैं भावुक हो गया था। पर, अब छोटा बेटा मुशीर खान भारतीय टीम में इंटरनेशनल खेलेगा तो मैं भावुक नहीं होऊंगा। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि बेटे ने मेरा सपना पूरा किया। वह आज देश के लिए खेल रहे हैं। अब वह देश के बेटे पहले हैं, मेरे बाद में। उन्होंने सेज स्पोर्ट्स के संस्थापक बृजेश यादव और डॉ. चरनजीत सिंह के प्रयास को काफी सराहा।
नौशाद ने मैदान में पहुंचे बच्चों से कहा कि उन्हें मैदान पर पसीना बहाना होगा। समय देना होगा। जितना पसीना बहाओगे, उतनी तरक्की मिलेगी। उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की कि उनको बच्चों के साथ सपोर्टिव रोल अदा करना चाहिए। कोच पर भरोसा करना चाहिए। बच्चों से कहा कि उन्हें इतनी मेहनत करनी होगी कि वह मंजिल पाकर ही रुकें। बीच रास्ते में भटके नहीं।
नौशाद ने कहा कि मुंबई और गुजरात की तीन-तीन टीमें भारत से खेलती हैं। इससे इन राज्यों में बच्चों को क्रिकेट में आगे बढ़ने का काफी मौका मिलता है। यूपी से एक ही टीम बनती है। लिहाजा प्रदेश सरकार को इस पर विचार करना चाहिए कि यूपी से टीम की संख्या बढ़ाई जाए। इससे युवा क्रिकेटरों को बेहतर मौका मिलेगा और वह भारत का नाम रोशन करेंगे।