सवाल तो बनता है | जजों की नियुक्ति के सिस्टम में और पारदर्शिता होनी चाहिए-कपिल सिब्बल

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उन्होंने कहा कि न्यायपालिका को छोड़कर सारे संस्थान पर सरकार का कब्जा हो चुका है। अगर सरकार न्यायपालिका पर भी कब्जा कर ले तो संविधान का क्या होगा? 

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