लखनऊ,समाचार10 India। जैसे-जैसे होली का शुभ अवसर नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे एक सुखद और सुरक्षित उत्सव मनाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। परंपरागत रूप से, लोग एक-दूसरे को रंग और गुलाल लगाकर संगीत पर नाचते हुए और स्वादिष्ट पकवानों आनंद उठाते हुए होली मनाते हैं। बीते कुछ समय से पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर केमिकल रंगों के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ी है। इसके चलते, होली पर प्राकृतिक व हर्बल रंगों का उपयोग करने का प्रचलन बढ़ना शुरू हुआ है।
वेजिटल लस्ट्रस हर्बल गुलाल, ऐसा ही एक उत्पाद है जो सुरक्षित और सुखद होली अनुभव देने का वादा करता है, पत्तियों, फलों, छाल, फूलों और जड़ी-बूटियों के प्राकृतिक अर्क से बना, यह हर्बल गुलाल गैर रासायनिक, पर्यावरण के अनुकूल और सभी प्रकार से त्वचा के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। यह न केवल होली के रंगों को जीवंत करता है बल्कि इसमें एक सुखद सुगंध भी है, जो उत्सव के मूड को कई गुना बढा देती है।
वेजिटल लस्ट्रस हर्बल गुलाल को एक कुशल टीम द्वारा विभिन्न मापदंडों पर परीक्षण करने के बाद तैयार किया जाता है, जिससे यह उपयोग के लिए 100 फीसदी सुरक्षित है। इसकी आसानी से साफ होने वाली और धोने योग्य प्रकृति इसे उत्सव के दौरान पर्यावरण के अनुकूल बनाती है।
एएमए हर्बल के को फाउंडर व सीईओ यावर अली शाह ने बताया, “हम अपनी विरासत और जड़ों की ओर लौटें तो होली पारंपरिक रूप से टेसू, नीम, हल्दी आदि प्राकृतिक सामग्रियों से बनी जैविक रंगों से खेली जाती थी। इन रंगों का मानव शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता था। धीरे-धीरे समय के साथ रासायनिक रंगों का उपयोग व्यापक हो गया है, जिससे त्वचा, बालों और पूरे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है। रंगों के त्योहार को एक नए दृष्टिकोण के साथ मनाने के लिए, जो सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल हो, एएमए हर्बल ने रसायन मुक्त और आनंद से भरपूर होली के लिए विशेष रूप से वेजिटल लस्ट्रस हर्बल गुलाल तैयार किया है। यह 400 ग्राम के बकेट पैक में आता और इसके अंदर 80 ग्राम के पांच पाउच हैं, जिनमें अलग-अलग रंग के हर्बल गुलाल हैं।”