ब्रेकथ्रू ने मिलाया लोरियल से हाथ, किया प्रयास सार्वजनिक स्थानों पर हो रही हिंसा पर वार

by Vimal Kishor

 

लखनऊ,समाचार10 India। लोरियल पेरिस और राइट टू बी(होलाबैक) के साथ पार्टनरशिप में ब्रेकथ्रू इंडिया ने 2020 में स्टैंड अप नामक एक सार्वजनिक स्थानों में हो रहे यौन उत्पीड़न में हस्तक्षेप करने हेतु एक बाईस्टैंडर कार्यक्रम शुरू किया था । यह कार्यक्रम लोगों को चुप्पी तोड़ने और सार्वजनिक स्थानों में हो रहे यौन उत्पीड़न में हस्तक्षेप करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए बाईस्टैंडर कार्यक्रम को डिज़ाइन किया गया था ताकि एक ऐसी दुनिया बनाई जा सके जहाँ हर व्यक्ति गरिमा, समानता और न्याय के साथ जीवन जी सके।

इस अवसर पर ब्रेकथ्रू की सीईओ सोहिनी भट्टाचार्या ने कहा, “हमें लोरियल के साथ अपनी पार्टनरशिप पर बेहद गर्व है – इस पार्टनरशिप ने हमें इतने सारे युवाओं को बाईस्टैंडर कार्यक्रम प्रशिक्षण लेने में मदद की है, जिन्होंने इसका प्रभावी ढंग से उपयोग न केवल दूसरों के लिए सार्वजनिक स्थानों में हो रहे यौन उत्पीड़न के खिलाफ खड़े होने के लिए किया है, बल्कि खुद के लिए खड़े होने और हिंसा के खिलाफ अपनी आवाज को खोजने के लिए किया है।


लोरियल के निदेशक, कॉर्पोरेट और इंगेजमेंट कृष्णा विलासिनी भारद्वाज ने बताया कि “सार्वजनिक स्थानों में हो रहा यौन उत्पीड़न महिलाओं की गतिशीलत और सुरक्षा को प्रभावित करता है जिससे वे कम सशक्त महसूस करती हैं। स्टैंडअप प्रशिक्षणों के माध्यम से, हम पुरुषों और महिलाओं को सुरक्षित रूप से प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार करते हैं जब वे सार्वजनिक स्थानों में उत्पीड़न को प्रभावी ढंग से और सुरक्षित तरीके से देखते या अनुभव करते हैं ।

कार्यक्रम टीम के फरमान अहमद और सुनील कुमार ने कहा, ” इस अभियान के माध्यम से, हमने लगभग 1,32,614 युवाओं को 5 डी रणनीति में प्रशिक्षित किया है और उन्हें सिखाया है कि उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक स्थानों पर हिंसा में कैसे हस्तक्षेप किया जाए। 21 महीनों की इस यात्रा में, हमें दिल्ली और उत्तर प्रदेश में लगभग 500 युवा मिले, जो लगातार हमारे साथ जुड़े रहे और समय-समय पर उन्होंने हिंसा में हस्तक्षेप किया और हमारे साथ अपनी कहानियां साझा कीं।

इस कार्यक्रम में ब्रेकथ्रू से कई साथियों के अलावा समाज के कई गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में शद्ज बैंड ने एक संगीतमय संस्कृतिक प्रस्तुति दी।

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