…इतनी बेरहमी कभी ना देखी, जांबाज परिंदों की छीन ली जिंदगी, मरते दम तक ना छोड़ा बसेरा, शख्स बोला- हे भगवान!

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नई दिल्ली, 02 सितंबर। जब हम खुद किसी की तबाही की कारण बनते हैं तो कष्ट तो होता है। हमें भले इसका एहसास ना हो लेकिन ये एक ऐसी पीड़ा ऐसी है जिस शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते। ये पीड़ा

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