‘वारसी’ और ‘हसरत’ की शायरी से काकोरी कांड तक, 4601 रुपए की लूट का FIR और देश के नाम कुर्बान होने वाला हीरो

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गोरे कहते थे देखते हैं कितना विश्वास इस चूहे को अपने खुदा पर उस वक्त रहेगा जब इसे टांगा जाएगा? लेकिन वो तो शेर था। उसकी शक्ति का अंदाजा भी लगा पाना गोरों के बस की बात नहीं थी। जज्बा ऐसा

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