लखनऊ,समाचार10 India। भारतीय संस्कृति में गाय आदि काल से ही पूजनीय रही है और इसके साथ जनमानस की बहुत सारी मान्यताएं एवं आस्था जुड़ी है। इन्हीं आस्था और सम्मान को देखते हुए , शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती गौ-ध्वज स्थापना भारत यात्रा को 22 सितम्बर को अयोध्या से शुरू किया और इसका दूसरा एवं प्रमुख पड़ाव 23 सितम्बर को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में होगा ।
लखनऊ से होकर यह गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा देश के सभी अंचलों तक होगी और सभी देशवासियों को एक साथ जोड़ेगी। लखनऊ में इस पावन कार्य के लिए कई पूजनीय धर्म गुरु और जन सामान्य लोग भी हिस्सा लेंगे और सभी का नेतृत्व शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती करेंगे। यह यात्रा पूरे एक माह की होगी जो देश के सभी अंचलों से होते हुए जनमानस को जोड़ेगी।
देशव्यापी गौ-ध्वज स्थापना भारत यात्रा के सन्दर्भ में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा, देश में हम गायों के निरादर को लेकर चिंतित है। भारतीय संस्कृति में गाय को माँ स्थान दिया गया है। मगर लोग थोड़े से स्वार्थ के लिए दूसरों की भावनाओं को आहत करते हैं। हम चाहेंगे की लोग इस गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा जुड़े पूजनीय गौ माता को उसका गौरव व सम्मान दिलाएं।