वैसे तो हिंदू पंचांग के मुताबिक हर साल आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। इस साल गुरु पूर्णिमा का पर्व 3 जुलाई को मनाया जाएगा। सनातन धर्म को मानने वाले लोग गुरु पूर्णिमा के दिन अपने गुरु का आशीर्वाद लेते हैं और गुरु भी उन्हें दीर्घायु के लिए आशीर्वाद देते हैं। धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक आषाढ़ माह के दिन गुरु पूर्णिमा पर्व के रूप में मनाने की शुरुआत हजारों वर्ष पूर्व महर्षि वेदव्यास ने की थी। सनातन धर्म में महर्षि व्यास को भगवान का रूप माना जाता है।
बाल्यावस्था से ही महर्षि वेदव्यास को अध्यात्म में गहरी रुचि थी। कहा जाता है आषाढ़ माह के पूर्णिमा तिथि को ही महर्षि वेदव्यास ने अपने शिष्य और ऋषि मुनियों को श्रीमद्भागवत पुराण का ज्ञान दिया था। तभी से महर्षि व्यास के शिष्यों ने इस दिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाने की परंपरा शुरू की जो आज भी यह परंपरा निभाई जाती है।