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कोच्चि, 07 सितंबर : दिवंगत गीतकार कुंवर बेचैन की कविता में एक पंक्ति है- ‘नदी बोली समंदर से मैं तेरे पास आई हूं…’ इस प्रेम गीत में कुंवर बेचैन नदी और समुद्र के रिश्तों की बात करते समय पुरुष और महिलाओं