
लखनऊ,समाचार10 India। भारत की प्रमुख रेसिडेंशियल सोलर सॉल्यूशंस प्रदाताओं में से एक फ्रेयर एनर्जी ने आज उत्तर प्रदेश में अपने रणनीतिक विस्तार की घोषणा की है। इस अवसर पर कंपनी ने भारत की पहली इंटेलिजेंट सेल्फ-क्लीनिंग सोलर सिस्टम्स और नेक्स्ट-जेनरेशन हाइब्रिड सोलर सोलूशन्स लॉन्च किए। ये इनोवेशंस राज्य में डस्ट अक्यूम्यूलेशन की गंभीर चुनौती जो सोलर एफिशिएंसी को 30% तक कम कर सकती है और लगातार होने वाले पावर आउटेजेस जैसी समस्याओं का सीधा समाधान प्रस्तुत करते हैं।
कंपनी का ग्राउंडब्रेकिंग इंटेलिजेंट सेल्फ-क्लीनिंग सोलर सिस्टम एडवांस्ड सेंसर-बेस्ड टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है, जिसमें वॉटर-एफिशिएंट क्लीनिंग मैकेनिज़्म शामिल है जो अपने आप पैनल कार्यदक्षता को बनाए रखता है। भारत में इस तरह का यह पहला इनोवेशन है जो एनर्जी प्रोडक्शन को 5% तक बढ़ाता है, साथ ही मैनुअल मेंटेनेंस की ज़रूरत को खत्म करता है और पारंपरिक सफाई तरीकों की तुलना में वॉटर कंजम्पशन को 90% तक कम करता है। उत्तर प्रदेश के लिए, जहाँ डस्ट लेवल्स देश में सबसे अधिक हैं, यह टेक्नोलॉजी सोलर को एक मेंटेनेंस-इंटेंसिव इन्वेस्टमेंट से बदलकर एक सच्चा हैसल-फ्री एनर्जी सॉल्यूशन बना देती है।
इस इनोवेशन को पूरक बनाते हुए, फ्रेयर एनर्जी के नेक्स्ट-जेनरेशन हाइब्रिड सोलर सिस्टम्स बिना किसी रुकावट के ऑन-ग्रिड फंक्शनैलिटी को बैटरी स्टोरेज के साथ जोड़ते हैं, जिससे ग्रिड फेल्योर के दौरान भी बिना रूकावट पावर सप्लाई सुनिश्चित होती है। ये सिस्टम्स इंटेलिजेंट एनर्जी मैनेजमेंट सक्षम करते हैं, जिससे उपयोगकर्ता सरप्लस पावर को पीक डिमांड पीरियड्स के लिए स्टोर कर सकते हैं, साथ ही इलेक्ट्रिसिटी बिल्स और ग्रिड डिपेंडेंसी में उल्लेखनीय कमी लाते हैं।
“उत्तर प्रदेश भारत की सोलर रेवोल्यूशन में एक अहम मार्केट का प्रतिनिधित्व करता है,” कहा फ्रेयर एनर्जी के को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर श्री सौरभ मर्दा ने । “हमारी इंटेलिजेंट सेल्फ-क्लीनिंग टेक्नोलॉजी राज्य के धूल भरे वातावरण के लिए एक गेम-चेंजर है। हमारी हाइब्रिड सिस्टम्स के साथ मिलकर, हम सिर्फ मौजूदा चुनौतियों का समाधान नहीं कर रहे हैं हम सोलर को पहले से कहीं अधिक सुलभ और लाभदायक बना रहे हैं। केवल 3-4 साल की पे-बैक पीरियड और देश में सबसे अधिक गवर्नमेंट सब्सिडीज़ के साथ, उत्तर प्रदेश में गो सोलर करने का इससे बेहतर समय कभी नहीं रहा।”
सौर ऊर्जा को और अधिक किफायती बनाना: अब उत्तर प्रदेश के निवासी लगभग 1 लाख रुपए की संयुक्त सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट सब्सिडी जो देश में सबसे अधिक है का लाभ उठा सकते हैं, जिससे सोलर एडॉप्शन पहले से कहीं अधिक किफायती हो गया है। फ्रेयर एनर्जी की इननोवेटिव टेक्नोलॉजी के साथ यह मजबूत फाइनेंशियल सपोर्ट केवल 3-4 साल की तेज पे-बैक पीरियड सुनिश्चित करता है, जिसके बाद उपभोक्ता अगले 20+ वर्षों तक लगभग फ्री इलेक्ट्रिसिटी का आनंद ले सकते हैं।
देशभर में 12,500 से अधिक इंस्टॉलेशंस और 120+ मेगावाट की इंस्टॉल्ड कैपेसिटी के साथ, फ्रेयर एनर्जी रणनीतिक रूप से उत्तर प्रदेश की रिन्यूएबल एनर्जी एम्बिशन्स को समर्थन देने और 2030 तक भारत के 500 गीगावाट रिन्यूएबल कैपेसिटी टारगेट में योगदान करने के लिए तैयार है।
कंपनी ने पहले ही उत्तर प्रदेश के अपने चार ऑपरेशनल शहरों_ लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी_में उल्लेखनीय ट्रैक्शन देखा है। यहाँ रूफटॉप और हाइब्रिड सोलर सिस्टम्स की डिमांड तेजी से बढ़ रही है, जिसका कारण बढ़ती इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट्स, डस्ट-रिलेटेड मेंटेनेंस कंसर्न्स, और फ्रेयर एनर्जी का व्यापक आफ्टर-सेल्स सपोर्ट है, जिसे प्रमुख फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशंस।

