अयोध्या। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अयोध्या मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बीते शुक्रवार को कहा कि इस साल की शुरुआत में अयोध्या के राम मंदिर में तिरुपति मंदिर का ‘प्रसाद’ वितरित किया गया था।
मुख्य पुजारी ने ये भी पुष्टि की कि जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान श्रद्धालुओं को तिरुपति मंदिर से 300 किलोग्राम ‘प्रसाद’ वितरित किया गया था।
तिरुपति मंदिर के ‘प्रसाद’ (लड्डू) बड़े विवाद के केंद्र में हैं, क्योंकि चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने दावा किया है कि लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए घी में “पशु वसा” का इस्तेमाल किया गया था।
शुक्रवार को अयोध्या मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने घी में “पशु वसा” के इस्तेमाल के आरोपों पर नाराजगी व्यक्त की।सत्येंद्र दास ने कहा, “यदि प्रसाद में पशु चर्बी मिलाई गई थी तो ये अक्षम्य है। इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।”
अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने इस आरोप की जांच किसी जांच एजेंसी से कराने की मांग की।
तिरुपति लड्डू विवाद
ये विवाद बुधवार को तब शुरू हुआ जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि उनके पूर्ववर्ती जगन मोहन रेड्डी ने लड्डुओं में घटिया सामग्री और पशु वसा के इस्तेमाल की अनुमति दी थी।
गुजरात की एक प्रयोगशाला रिपोर्ट का हवाला देते हुए नायडू की पार्टी ने दावा किया कि घी में “गोमांस वसा”, “लार्ड” (सुअर की चर्बी से संबंधित) और मछली का तेल मौजूद है।